एडवांस टेक्नोलॉजी और नियमों के आसानी से पालन की सहूलियत से इन्वेस्टर्स को विदेशी शेयरों में महज एक सामान्य स्मार्टफोन के जरिए निवेश करने के अवसर मिले हैं. विभिन्न मोबाइल ऐप ने उन लोगों के लिए इस प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है जो अपनी पसंदीदा और सबसे फेमस विदेशी कंपनियों के शेयरों में इन्वेस्ट करना चाहते हैं.
विनवेस्टा(Winvesta) की एक रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय इन्वेस्टर्स विदेशी शेयरों में सक्रिय रूप से पैसा नहीं लगाते हैं, लेकिन अब वे धीरे-धीरे इस पर ध्यान दे रहे हैं. रिपोर्ट में यह भी बताया कि जो इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट्स की भूख भारतीयों में लगातार बढ़ रही है. जो थीम्स भारत में नहीं मिल रही हैं उनमें पैसा लगाने के लिए भारतीयों का रुझान बढ़ रहा है.
यह इन्वेस्टर्स को ऑफर्स के संदर्भ विविधता देता है. जो लोग इस मार्केट में नए हैं उन्हें सबसे पहले ट्रेड से जुड़े अनुभवों को सीखना चाहिए.
कई भारतीय इन्वेस्टर्स के लिए, यूएस निवेश FAANG शेयरों का पर्याय है, लेकिन वे विनवेस्टा (Winvesta) के प्लेटफॉर्म पर कुल स्टॉक निवेश का केवल 17% हिस्सा हैं और नए शेयरों पर इन्वेस्टर्स आंखें जमाए हुए हैं. टेक्नोलॉजी, ईवी और ब्लॉकचेन सेक्टर लेनदेन के लिहाज से सबसे फेमस हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रैक्शनल ट्रेडिंग ने भारतीयों के लिए विदेशी निवेश को सही मायने में लोकतांत्रिक बना दिया है. इन्वेस्टर्स यहां कम से कम 100 अमेरिकी डॉलर से इन्वेस्टमेंट शुरू कर रहे हैं और इसे 10-15 सिक्युरिटीज में बदल रहे हैं. हालांकि यह देखकर खुशी होती है कि इंटरनेट की ताकत के कारण जागरूकता का स्तर बढ़ गया है, लेकिन सावधानी के साथ आगे बढ़ना ही आपका टारगेट होना चाहिए. विकल्प रखना हमेशा अच्छा होता है लेकिन, चमक और इससे प्रभावित होने से अक्सर गलत परिणाम भी आपको मिल सकते हैं.
विदेशी शेयरों में इन्वेस्टमेंट के लिए इन्वेस्टर्स के पास अलग-अलग रणनीति होनी चाहिए. एक सामान्य निवेशक के लिए, यह सफर शुरू करने का सबसे आसान और सरल रास्ता SIP का है. रिटेल इन्वेस्टर्स को पहले निवेश से जुड़ी बेसिक जानकारियां हासिल करनी चाहिए और इस दौरान खुद को चमक-दमक वाले निवेश ठिकानों से दूर रहना चाहिए.