राकेश झुनझुनवाला का यह पसंदीदा फार्मा स्टॉक अच्छे रिजल्ट के बावजूद 6% से अधिक टूटा, जानें वजह

भारत के जाने-माने दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला के पास 30 जून तक कंपनी में 1.6% हिस्सेदारी, या 7,245,605 शेयर थे.

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ल्यूपिन को सेल्स में अच्छी बढ़ोतरी और बायो फार्मास्युटिकल फर्म Boehringer Ingelheim से मिली इनकम से काफी अच्छा फायदा हुआ है. PC: Pixabay

ल्यूपिन को सेल्स में अच्छी बढ़ोतरी और बायो फार्मास्युटिकल फर्म Boehringer Ingelheim से मिली इनकम से काफी अच्छा फायदा हुआ है. PC: Pixabay

Lupin Share Price: फार्मास्युटिकल कंपनी ल्यूपिन (Lupin) के शेयरों में गुरुवार को भी भारी गिरावट देखने को मिली. पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन के बावजूद कंपनी के शेयर में यह गिरावट दिखाई दी. गुरुवार दोपहर के कारोबार में ल्यूपिन के शेयर में 6% से अधिक की गिरावट देखने को मिली, जिससे यह 986 रुपये पर ट्रेड कर रहा था.

फार्मा कंपनी ने मंगलवार को 30 जून, 2021 को समाप्त हुए तिमाही में 5 गुना से भी अधिक कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया. इस तिमाही में कंपनी ने 542.46 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट बनाया. वहीं पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को 106.90 करोड़ रुपये प्रॉफिट हुआ था. ल्यूपिन को सेल्स में अच्छी बढ़ोतरी और बायो फार्मास्युटिकल फर्म Boehringer Ingelheim से मिली इनकम से काफी अच्छा फायदा हुआ है.

जानिए क्या कहना है ब्रोकरेज फर्म का

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक, ल्यूपिन का रिजल्‍ट प्रदर्शन के मार्जिन पर चूक गया. फर्म के मुताबिक, चेतावनी पत्रों का समाधान और संयंत्रों पर ओएआई की स्थिति की मंजूरी मार्जिन के मोर्चे पर प्रगति के साथ-साथ आने वाले समय में अधिक हो सकती है. कोविड -19 प्रभाव को छोड़कर, भारत में विकास की गति लगातार बनी रहेगी.

एंजेल ब्रोकिंग के इक्विटी रिसर्च एसोसिएट के यश गुप्ता के मुताबिक, ल्यूपिन ने टॉपलाइन के साथ-साथ बॉटम लाइन में भी अच्छी ग्रोथ दर्ज की है, लेकिन मार्किट की एक्सपेक्टेशंस से कम है, क्योंकि पहली तिमाही के परिणामों में कोविड से संबंधित व्यवधान न के कारण कंपनी के लिए बेस कम था. कंपनी ने ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन्स में 65% से 63.9% क्‍वाटर टू क्‍वाटर की गिरावट दर्ज की है. उन्‍हें उम्मीद है कि घरेलू बाजार अगली दो तिमाहियों तक अपनी रफ्तार बरकरार रखेगा. ऐसे में ल्यूपिन को लेकर उनका नजरिया न्यूट्रल है. ल्यूपिन का पहली तिमाही में रेवेन्यू 4,237.39 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 3,468.63 करोड़ रुपये था.

ल्यूपिन के एमडी नीलेश गुप्ता के मुताबिक ल्यूपिन को सेल्स में अच्छी बढ़ोतरी और बायो फार्मास्युटिकल फर्म बोएह्रिंगर इंगेलहाइम से मिली इनकम से काफी अच्छा फायदा हुआ है. एक कठिन ऑपरेटिंग एनवायरनमेंट के बावजूद, हम विकास के लिए पर्याप्त जगह देखते हैं. हम अपने इनलाइन प्रोडक्ट्स के साथ-साथ एल्ब्युटेरोल और ब्रोवाना के रैंप-अप के साथ अपने अमेरिकी व्यापार को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि भारत में बाजार से ऊपर की हमारी तेज़ी जारी रहे और व्यापार के हर हिस्से में विकास हो सके. हम दूसरी छमाही में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद करते रहे हैं और अपने लोगों की सुरक्षा और कंप्लायंस के हाईएस्ट स्टैंडर्ड्स को सुनिश्चित करते हुए, मजबूत दोहरे अंकों की रेवेन्यू में ग्रोथ और लागत को कस्टमाइज्ड करके मार्जिन को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं.

हेल्थ केयर क्षेत्र पर टिप्पणी करते हुए झुनझुनवाला ने एक बिज़नेस चैनल के साथ बातचीत में कहा था कि भारत में हेल्थ केयर की कंजप्‍शन आने वाले समय में बहुत बढ़ जाएगी और भारत देश दुनिया के सबसे बड़े फार्मा केंद्रों में से एक बन जाएगा. अमेरिका में खपत होने वाली सभी दवाओं में से 40% भारतीय फार्मा क्षेत्र से हैं. इस सेक्टर में अभी बहुत ग्रोथ बाकी है. आपको बता दे राकेश झुनझुनवाला के पास 30 जून तक कंपनी में 1.6% हिस्सेदारी या 7,245,605 शेयर थे.

Published - August 12, 2021, 01:02 IST