Paytm अपने कर्मचारियों को अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) से पहले 100 करोड़ रुपए तक का लोन देगा. ये लोन कर्मचारियों को एम्प्लॉई स्टॉक ऑप्शन (ESOP) को शेयर्स में कन्वर्ट करने में मदद करेगा. ईएसओपी एम्प्लॉई बेनिफिट प्लान है, जो कर्मचारियों को कंपनी में शेयर लेने की अनुमति देता है. डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं की दिग्गज कंपनी पेटीएम करीब 2.2 बिलियन डॉलर का आईपीओ लेकर आ रही है, जो भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में इस तरह का सबसे बड़ा ऑफर होगा.
पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के सीनियर एग्जीक्यूटिव ने कहा, ‘बहुत से कर्मचारियों को ईएसओपी को शेयर्स में कन्वर्ट करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अधिकांश के पास ट्रांजैक्शन के पेमेंट के लिए पैसे नहीं है. हम इसे सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ कर्जदाताओं (Lenders) के साथ बातचीत कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि सॉफ्टबैंक समर्थित पेटीएम कर्मचारियों को लेंडिंग पार्टनर से लोन की सुविधा उपलब्ध कराएगा. इससे कर्मचारियों को शेयरधारक बनने में मदद मिलेगी. ईएसओपी रखने वाले कर्मचारी उन्हें शेयरों में बदलने और उन्हें अपने डीमैट अकाउंट में ऐड करने में सक्षम होंगे.
इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि इस पहल में कंपनी के लगभग 300 टॉप एग्जीक्यूटिव शामिल होंगे. इस लोन का जो भी ब्याज होगा उसे भी छह महीनों तक कंपनी ही भरेगी. यदि कर्मचारी वापस भुगतान करने में विफल रहता है, तो लैंडर उसे लोन का भुगतान करने के लिए अपने शेयरों का एक हिस्सा बेचने की अनुमति देगा. अगर किसी वजह से आईपीओ के आने में देरी होती है, तो लोन चुकाने के लिए कर्मचारी अपने शेयरों को ग्रे मार्केट में बेच सकेंगे. लेंडर्स के अंतिम नाम और टोटल क्रेडिट साइज इस हफ्ते तय होने की उम्मीद है.
पेटीएम 12 वर्षों से अधिक समय से ईएसओपी जारी कर रहा है और इसके शेयरों का मूल्य वर्तमान में लगभग 18,000 रुपये है. इस वजह से जिस कर्मचारी को 1,000 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर ईएसओपी अनुदान मिला है उसे 17,000 रुपये का जो अंतर आ रहा है, उस पर टैक्स देना होगा. ये टैक्स सैलरी ब्रैकेट के आधार पर तय होगा.
ESOPs को हमेशा नए जमाने की कंपनियों में प्रतिभा को अट्रैक्ट करने और बनाए रखने के लिए एक टूल के रूप में इस्तेमाल किया गया है. पिछले 12-18 महीनों में, ईएसओपी की मांग बढ़ी है, क्योंकि स्टार्टअप ने वैल्यूएशन में काफी बढ़ोतरी देखी है. PhonePe, Udaan, Razorpay, Cred, Acko, Zerodha और Ola जैसी कंपनियों ने ESOP योजनाओं के माध्यम से स्टॉक ऑप्शन प्रदान किए हैं. इसके पीछे विचार यह है कि इन शेयरों को आईपीओ के समय उच्च मूल्य पर बेचा जा सकता है या कंपनी के फंड रेज़िंग के दौरान शेयर बायबैक किया जा सकता है.