OYO IPO: 1.2 अरब डॉलर से अधिक जुटाना चाहता है ओयो, जानिए क्या आ रही है खबर

कोविड-19 महामारी का हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा और ओयो भी इस प्रभाव से बचने के लिए संघर्ष करता रहा.

OYO IPO

इस गठबंधन के हिस्से के रूप में OYO, OYO प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के लिए स्मार्ट रूम अनुभव विकसित करेगा. जैसे कि प्रीमियम और अपने मेहमानों के लिए कस्‍टमाइज्‍ड इन-रूम एक्‍सपीरियंस. 

इस गठबंधन के हिस्से के रूप में OYO, OYO प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के लिए स्मार्ट रूम अनुभव विकसित करेगा. जैसे कि प्रीमियम और अपने मेहमानों के लिए कस्‍टमाइज्‍ड इन-रूम एक्‍सपीरियंस. 

OYO IPO: आईपीओ को लेकर निवेशकों में क्रेज लगातार जारी है. यही कारण है कि कई सारी छोटी-बड़ी कंपनियां अपना आईपीओ लॉन्च करने पर विचार कर रही हैं. मार्केट की मौजूदा रैली के चलते कंपनियों को यह समय आईपीओ के लिहाज से सबसे मुफीद लग रहा है. मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा लगता है कि आईपीओ सीजन जारी रहने के लिए तैयार है और इस बार सॉफ्टबैंक समर्थित ओयो 1.2 बिलियन डॉलर से अधिक जुटाना चाहता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि आईपीओ में प्राइमरी इश्यू और सेकेंडरी शेयरों की बिक्री का मिश्रण होगा. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि हॉस्पिटैलिटी स्टार्टअप घरेलू या विदेशी लिस्टिंग के लिए जाएगा या नहीं. ओयो द्वारा शेयर बिक्री के प्रबंधन के लिए जेपी मॉर्गन, कोटक महिंद्रा कैपिटल और सिटी बैंक को नियुक्त किया गया है. इस विषय पर ओयो होटल्स, जेपी मॉर्गन और सिटी बैंक की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया.

ओयो को सूचीबद्ध करने की योजना कंपनी द्वारा पिछले ऋणों को निपटाने और उत्पाद व प्रौद्योगिकी में निवेश करने के लिए वैश्विक संस्थागत निवेशकों से 660 मिलियन डॉलर का कर्ज जुटाने की लक्ष्य का ही अनुसरण करती है. साथ ही होटल मालिकों ने अप्रैल में नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) के समक्ष कंपनी के खिलाफ 160 करोड़ रुपये के दावे प्रस्तुत किए थे.

माइक्रोसॉफ्ट निवेश करेगा?

30 जून को प्रकाशित रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट द्वारा रितेश अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी में एक अज्ञात राशि का निवेश करने के लिए अग्रिम बातचीत चल रही थी. OYO भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, दक्षिण पूर्व एशिया और मध्य पूर्व सहित 80 देशों के 800 शहरों में 100K+ छोटे होटलों और घर के मालिकों के लिए एक अग्रणी प्रौद्योगिकी और राजस्व वृद्धि मंच है. अग्रवाल ने 20 साल की उम्र से पहले ही OYO की शुरुआत कर दी थी. उनकी कंपनी ने 2018 में सॉफ्टबैंक विजन फंड और अन्य निवेशकों से 1 बिलियन डॉलर जुटाने के बाद यूनिकॉर्न टैग अर्जित किया.

कोविड-19 महामारी का हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा और ओयो भी इस प्रभाव से बचने के लिए संघर्ष करता रहा. मार्च में कर्मचारियों को लिखे एक नोट में अग्रवाल ने कहा था कि भारत का कारोबार EBITDA पॉजिटिव हो गया है. अग्रवाल ने कहा, “हमें 2021 में सकल लाभ मजबूत होने की उम्मीद है, क्योंकि प्रतिबंध और लॉकडाउन में ढील के साथ-साथ टीकाकरण कवरेज भी बढ़ा है. साथ ही भारत की ओयो यूरोप होम्स के बाद दूसरा बाजार है, जिसने लाभप्रदता हासिल की है.”

Published - August 10, 2021, 02:01 IST