कैब राइड की सुविधा देने वाली कंपनी ओला ने एंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन (ESOP) का दायरा बढ़ाकर तीन हजार करोड़ रुपये कर दिया है. IPO लाने की तैयारी में जुटी इस कंपनी ने एंप्लॉयीज को 400 करोड़ रुपये तक के अतिरिक्त स्टॉक्स भी दिए हैं. ओला का कहना है कि इससे कर्मचारियों के लिए लंबी अवधि तक पैसे जुटाने का साधन तैयार होगा. कंपनी ने हाल ही में सिंगापुर की टेमासेक, अमेरिका की प्लम वुड इनवेस्टमेंट और ओला के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल से 50 करोड़ डॉलर (करीब 3,733 करोड़ रुपये) के फंड जुटाए हैं.
अग्रवाल का कहना है, ‘हम भविष्य के हिसाब से इंडस्ट्री तैयार करने में विश्वास रखते हैं. हमारा लक्ष्य वैश्विस स्तर पर कंपीट करने वाला बिजनेस खड़ा करना है. ESOP प्रोग्राम का दायरा बढ़ाने और 400 करोड़ रुपये तक के नए स्टॉक्स एंप्लॉयीज के बीच बांटने से हमारे अच्छे कर्मचारियों को लंबे समय तक काम आने लायक वेल्थ जुटाने में मदद मिलेगी. इसमें उनकी रच्नात्मक ढंग से काम करने और कंपनी को आगे बढ़ाने की सोच ही उनके काम आएगी.’
अग्रवाल का यह भी कहना है कि इस तरह कर्मचारियों के बीच कंपनी के प्रति एक ओनरशिप वाली भावना बनेगी. जैसे-जैसे ओला वैश्विक स्तर पर यातायात साधनों में परिवर्तन लाएगी, उसकी ग्रोथ में वे अपनी बढ़त देखेंगे.
ओला बीते कुछ समय से अपना IPO लाने की तैयारी में है. हालांकि, इसे कब तक लाया जाएगा, इसकी कंपनी ने फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है. IPO जारी होने से सॉफ्टबैंक, टाइगर ग्लोबल और स्टेडव्यू कैपिटल जैसे ओला के निवेशकों को कंपनी में अपने स्टेक बेचने में मदद मिलेगी. इससे वे शेयरहोल्डरों को फंड लौटा सकेंगे.
2011 में शुरू हुई भाविश अग्रवाल और अंकित भाटी की ओला आज भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और यूके में भी अपनी सुविधाएं दे रही है. इन बाजारों में वह ऊबर को टक्कर देने में जुटी है.