Mutual Funds: डोमेस्टिक Mutual Funds (MF) मैनेजरों ने अगस्त में इंफोसिस, भारती एयरटेल और टाटा स्टील जैसे कई ब्लूचिप शेयरों में अपनी हिस्सेदारी घटा दी. दूसरी ओर, उन्होंने ICICI बैंक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में निवेश बढ़ाया. इसके अलावा, उन्होंने केमिकल कंपनी केमप्लास्ट सनमार और सीमेंट मेकर नुवोको विस्टा की इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग्स (IPOs) में भारी निवेश किया.
बिजनेस स्टैंडर्ड ने एडलवाइस अल्टरनेटिव रिसर्च (Edelweiss Alternative Research) के वाइस-प्रेसिडेंट अभिलाष पगारिया के हवाले से कहा, ‘अगस्त में, इक्विटी म्युचुअल फंड ने 8,667 करोड़ रुपये का इन्फ्लो देखा, जो पिछले महीने के 22,600 करोड़ रुपये के कलेक्शन से कम था.
सेकेंडरी मार्केट में, फंड का डिप्लॉयमेंट जुलाई में 19,700 करोड़ रुपये से घटकर 11,500 करोड़ रुपये रह गया.
अगस्त में सेंसेक्स 9.4 फीसदी चढ़ा था, जबकि निफ्टी मिडकैप 100 में 2.2 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 2.5 फीसदी की गिरावट आई थी.
इक्विटी म्युचुअल फंड ने मिडकैप स्पेस में, कॉफोर्ज (601 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश), मिंडा इंडस्ट्रीज (464 करोड़ रुपये) और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस (272 करोड़ रुपये) जैसे शेयर खरीदे.
स्मॉलकैप स्पेस में आरबीएल बैंक (161 करोड़ रुपये), महिंद्रा सीआईई (156 करोड़ रुपये) और कैन फिन होम्स (137 करोड़ रुपये) प्रमुख शेयर रहें जिसमें म्युचुअल फंड्स ने खरीदारी की.
जीएमएम फॉडलर (GMM Pfaudler), जस्ट डायल (Just Dial) और केपिट टेक (KPIT Tech) ऐसे स्टॉक थे, जिनमें फंड मैनेजरों ने अपनी हिस्सेदारी कम की.
केमप्लास्ट सनमार (2299 करोड़ रुपये)
आईसीआईसीआई बैंक (1789 करोड़ रुपये)
नुवोको विस्टा (1590 करोड़ रुपये)
टीसीएस (1521 करोड़ रुपये)
एसबीआई लाइफ (1420 करोड़ रुपये)
इंफोसिस (2755 करोड़ रुपये)
टेक महिंद्रा (1288 करोड़ रुपये)
भारती एयरटेल (977 करोड़ रुपये)
टाटा स्टील (784 करोड़ रुपये)
टाटा कंज्यूमर (707 करोड़ रुपये)