जानिए RIL के Q2 रिजल्ट से एक्सपर्ट्स को क्या हैं उम्मीदें

मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के एनालिस्ट के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि पेटकैम डेल्टा में कमी O2C के EBITDA को क्रमिक आधार पर प्रभावित कर रही है.

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ब्रेंट क्रूड जून तिमाही के अंत में 75 डॉलर से ऊपर और Q1FY21 के अंत में 40 डॉलर के आसपास था, जो अभी 85 डॉलर प्रति बैरल से अधिक पर ट्रेड कर रहा है.

ब्रेंट क्रूड जून तिमाही के अंत में 75 डॉलर से ऊपर और Q1FY21 के अंत में 40 डॉलर के आसपास था, जो अभी 85 डॉलर प्रति बैरल से अधिक पर ट्रेड कर रहा है.

मुकेश अंबानी के ग्रुप रिलायंस इंडस्ट्रीज के सितंबर तिमाही में कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट में अच्छी बढ़त देखने की संभावना है. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार रिटेल, डिजिटल-टेलीकॉम सेक्टर और स्टेबल पेट्रोकेमिकल मार्जिन में बढ़ोतरी से सुधार होगा. रिपोर्ट में HDFC सिक्योरिटीज के एनालिस्ट के हवाले से कहा गया है कि वो RIL के कंसोलिडेटेड EBITDA में 13.7% की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि के साथ 26,600 करोड़ रुपये और सालाना आधार पर 40.2% की वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की जानी मानी कंपनी का ऑयल-टू-केमिकल (O2C) सेगमेंट अपने EBITDA में क्रमिक रूप से 22% की बढ़त देखेगा. ऑयल की ऊंची कीमतों के चलते साल दर साल और क्रमिक रूप से दूसरी तिमाही में रेवेन्यू में अच्छी बढ़त हो सकती है.

ब्रेंट क्रूड जून तिमाही के अंत में 75 डॉलर से ऊपर और Q1FY21 के अंत में 40 डॉलर के आसपास था, जो अभी 85 डॉलर प्रति बैरल से अधिक पर ट्रेड कर रहा है. कुछ इन्वेंट्री गेन भी हो सकते हैं, जिसके चलते O2C कंपनी में ज्यादा प्रॉफिट होगा.

एनालिस्ट की कंपनी से उम्मीदें

रिपोर्ट में मॉर्गन स्टेनली के हवाले से कहा गया है कि वो अनुमान लगाते हैं कि RIL का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) Q2FY22 में क्रमिक रूप से 0.5 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 7.3 डॉलर प्रति बैरल हो जाएगा, जिसमें रिफाइनरी यूटिलाइजेशन रेट 105% तक के लेवल पर वापस आ जाएगा.

हालांकि, मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के एनालिस्ट के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि पेटकैम डेल्टा में कमी O2C के EBITDA को क्रमिक आधार पर प्रभावित कर रही है.

न्यूज रिपोर्ट में ब्रोकरेज के हवाले से कहा गया है कि कंपनी के रिटेल सेगमेंट में EBITDA के बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि फैशन, ज्वैलरी और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में उछाल आया है और मार्जिन पूर्व-महामारी के स्तर पर लौट आया है. ब्रोकरेज अभी भी तिमाही के लिए RIL के टेलिकॉम बिजनेस के एवरेज रेवेन्यू प्रति यूनिट (ARPU) पर एक मत नहीं हैं.

एक ओर, YES सिक्योरिटीज की रिसर्च ने इंडिकेट किया कि कंपनी के रिटेल और रिफाइनरी बिजनेस कंपनी के Jio Infocomm सेक्टर के ARPU में संभावित कमी की भरपाई करेंगे.

दूसरी ओर, मॉर्गन स्टेनली ने सितंबर तिमाही के लिए टेलीकॉम सब्सक्राइबर की संख्या में 140 लाख की वृद्धि की भविष्यवाणी की, जो पिछली तिमाही के रुझान के अनुरूप थी. यह टेलीकॉम अर्निंग में 5% सीक्वेंशियल ग्रोथ का मुख्य कारण होना चाहिए, हालांकि, फॉरेन ब्रोकरेज को उम्मीद है कि ARPU 1.5% तिमाही दर तिमाही से 140 रुपये प्रति माह तक थोड़ा सुधार करेगा. HDFC सिक्योरिटीज को ARPU में थोड़ी बढ़ोतरी का अनुमान है.

Published - October 22, 2021, 01:27 IST