डेटा एनालिटिक्स की कंपनी लेटेंट व्यू अपना IPO पेश कर के 600 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में हैं. अगर आप इसके इशू में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले ये बातें जान लें.
IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 10 नवंबर को खुलेगा. इसके लए 12 नवंबर तक बोलियां लगाई जा सकती हैं.
कंपनी ने इशू के लिए 190-197 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है. इसकी फेस वैल्यू एक रुपया प्रति शेयर होगी.
निवेशक न्यूनतम 76 शेयर और उसके मल्टिपल में बोली लगा सकते हैं. यानी, प्राइस बैंड के हाई एंड पर उन्हें कम से कम 14,972 रुपये बिड करने होंगे. अधिकतम 13 लॉट या 988 शेयर के लिए 1,94,636 रुपये में बोली लगाई जा सकती है.
पब्लिक ऑफर 600 करोड़ रुपये का है. इसमें 474 करोड़ रुपये के फ्रेश इशू होंगे. शेयरधारकों की ओर से 126 करोड़ रुपये के ऑफर फॉर सेल (OFS) पेश किए जाएंगे.
OFS के तहत अडुगुडी विश्वनाथन वेंकटरमण की ओर से 60.14 करोड़ रुपये, रमेश हरिहरन की तरफ से 35 करोड़ रुपये और गोपीनाथ कोटीश्वरण के पास से 23.52 करोड़ रुपये के शेयर पेश किए जाएंगे.
फ्रेश इशू से जुटाया जाने वाला फंड कंपनी की इनऑर्गेनिक ग्रोथ, वर्किंग कैपिटल की जरूरतें पूरी करने और अन्य कॉरपोरेट कामकाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
क्वॉलिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर के लिए ऑफर के अधिकतम 75 प्रतिशत शेयर आरक्षित हैं. रिटेल निवेशकों के लिए 10 फीसदी और गैर संस्थागत निवेशकों के लिए 15 पर्सेंट स्टॉक हैं.
लेटेंट व्यू एनालिटिक्स एक डेटा एनालिटिक्स फर्म है. यह कंपनियों को डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए सेवाएं देती है. कंपनी की अमेरिका, नीदरलैंड्स, जर्मनी, यूके और सिंगापुर में मौजूदगी है. इनके सेल्स ऑफिस सैन जोस, लंदन और सिंगापुर में हैं. लेटेंट व्यू ने 30 से अधिक फॉर्चून 500 कंपनियों के साथ काम किया है. इसके मुख्य क्लायंट्स में अडोब, उबर टेक्नॉलजी और 7-इलेवेन शामिल हैं.
वित्तीय मोर्चे पर कंपनी का नेट प्रॉफिट वित्त वर्ष 2021 में 91.46 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2019 में 59.66 करोड़ रुपये था. उसकी कुल आय बढ़कर 326.70 करोड़ रुपये पहुंच गई, जो पहले 295.90 करोड़ रुपये थी. जून तिमाही में कंपनी ने 22.31 करोड़ रुपये का मुनाफा और 91.74 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया.
IPO की लीड मैनेजर एक्सिस कैपिटल, हाइतॉन्ग सिक्योरिटीज इंडिया और ICICI सिक्योरिटीज हैं. रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है.
कंपनी 16 नवंबर तक इशू का अलॉटमेंट कर देगी. रिफंड 17 नवंबर तक कर दिए जाएंगे. अलॉट किए गए शेयर 18 नवंबर तक निवेशकों को क्रेडिट किए जाएंगे. यह 22 नवंबर तक स्टॉक मार्केट पर कदम रख सकती है.