बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहे हैं, इक्विटी ऑरिएंटेड म्यूचुअल फंड पॉलिसियों में फंड का फ्लो स्थिर हो गया है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स (mutual-funds) इन इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंड का नेट फ्लो अगस्त के आंकड़ों के लगभग बराबर है जो सितंबर में 8,677.41 रुपए था. जबकि अगस्त 2021 में यह 8,666.68 करोड़ रुपए था.
MF इंडस्ट्री का कुल AUM जून 2021 में 0.4% MoM (महीने पर महीने) से 36.7 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ गया. मुख्य रूप से इक्विटी फंड (47,600 करोड़ रुपये), अन्य ईटीएफ फंड (18,600 करोड़ रुपये), और बैलेंस्ड फंड (14,300 करोड़ रुपये) के AUM में MoM इजाफे का कारण है.
मोतीलाल ओसवाल के रिसर्च एक्सपर्ट्स देवेन मिस्त्री ने कहा कि घरेलू MF का इक्विटी AUM (ELSS और इंडेक्स फंड सहित) 21 सितंबर में 3.7% MoM बढ़कर 13.3 लाख करोड़ रुपये हो गया, जिसका नेतृत्व बाजार सूचकांकों में इजाफे (निफ्टी 2.8% MoM) से हुआ. इस महीने इक्विटी स्कीम्स की बिक्री में इजाफा देखा गया (11.5% MoM से 40,900 करोड़ रुपए). रिडम्शन की रफ्तार 31,400 करोड़ रुपए (17.5% MoM) तक बढ़ गई. इसका नतीजा यहा हुआ कि, नेट फ्लो अगस्त ’21 में 10,000 करोड़ रुपए से घटकर 9,600 सितंबर 2021 हो गया. ”
इस महीने में सेक्टर और फंड के स्टॉक आवंटन में जबरदस्त बदलाव हुए. MoM के आधार पर, यूटिलिटीज, ऑयल एंड गैस, ऑटोमोबाइल्स, रियल एस्टेट, PSU बैंकों, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रिटेल और मीडिया का वेटेज बढ़ा, जबकि टेलीकॉम, मेटल्स, प्राइवेट बैंक्स, हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी, सीमेंट, इंश्योरेंस और मीडिया का वेटेज बढ़ा.
इस सेक्टोरल रोटेशन ने अगस्त 2021 में 17 महीने के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद ऑटोमोबाइल्स की चढ़ाई 6.1% (+20bp MoM और -50bp YoY) देखी. जबकि यूटिलिटीज का वजन 3.4% (+50bp MoM; -30bpYoY) के सात महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. अगस्त 2021 में यह सेक्टर 49 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया. AMFI और म्यूचुअल फंड डेटाबेस एनएवी इंडिया और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज द्वारा विश्लेषण किए गए आंकड़ों के अनुसार, सितंबर’21 (-30bp MoM; +70bp YoY) में मेटल लगातार दूसरे महीने 2.8% तक कम हुई.
म्यूचुअल फंड 60% या 30 निफ्टी शेयरों में नेट खरीदार थे और जून 2021 में 40% या 20 शेयरों में हिस्सेदारी कम हो गई. बजाज ऑटो, टाटा मोटर्स, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, टेक महिंद्रा और बजाज फिनसर्व टॉप 5 निफ्टी शेयरों में शामिल थे, जिन्होंने नेट देखकर म्यूचुअल फंड द्वारा खरीदारी की. वहीं, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, भारती एयरटेल, हिंडाल्को, श्री सीमेंट और आयशर मोटर्स निफ्टी के टॉप-5 शेयर हैं, जिनमें म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने हिस्सेदारी घटाई है.
मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक “सितंबर में, मूल्य में अधिकतम इजाफा देखने वाले टॉप 10 शेयरों में से 3 बैंकिंग सेक्टर से थे. रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी, एसबीआई, कोल इंडिया, एचडीएफसी बैंक, ओएनजीसी, एचसीएल टेक और टाटा मोटर्स ने वैल्यू MoMके मामले में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की.”
जिन शेयरों में MoM के मूल्य में अधिकतम गिरावट देखी गई, उनमें भारती एयरटेल, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, बीपीसीएल, डिविज लैब्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर शामिल थे.
AUM द्वारा टॉप 25 स्कीम्स के मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विश्लेषण के अनुसार, एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड (एनएवी में 6% एमओएम परिवर्तन), आईसीआईसीआई प्रू वैल्यू डिस्कवरी फंड (+5.9% एमओएम) में सबसे अधिक इजाफा दर्ज किया गया। एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड (+5.7% MoM), HDFC टॉप 100 फंड (+4.6% MoM), निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड (+4.3% MoM).