Joint Demat Account: बैंक खाते से लेकर पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम तक जॉइंट खाते की सुविधा है. तो क्या शेयर बाजार में निवेश के लिए जरूरी डीमैट खाते में भी जॉइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं? इसे समझने के लिए आपको सबसे पहले जानना होगा कि ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट में क्या फर्क है क्योंकि एक ओर जहां जॉइंट डीमैट खाते की अनुमति है वहीं, जॉइंट ट्रेडिंग खाता नहीं खुलवाया जा सकता. शेयर बाजार में खरीदारी के लिए ट्रेडिंग अकाउंट अनिवार्य है जबकि इन शेयरों को डिमैटीरयलाइज्ड फॉर्म में रखने के लिए डीमैट खाता चाहिए.
जॉइंट डीमैट खाता खुलवाया जा सकता है लेकिन इसके लिए प्रक्रिया थोड़ी अलग है. साथ ही, अलग-अलग डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट इसके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन सुविधा देते हैं. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट वो कंपनियां हैं जो NSDL या CDSL जैसे डिपॉजिटरी में खाता रखती हैं और निवेशक और डिपॉजटरी के बीच ब्रिज का काम करते हैं. ये ब्रोकर, बैंक आदि हो सकते हैं.
जिस तरह आपका बैंक खाता आपके लिए पैसे होल्ड करने, ट्रांसफर करने के काम आता है, वैसे ही डीमैट खाता आपकी सिक्योरिटीज जैसे शेयर और बॉन्ड को होल्ड करने और ट्रांसफर की सुविधा में मदद करता है. यहां आपके शेयर सुरक्षित रखे जाते हैं और बिना किसी पेपरवर्क और स्टैंप वगैराह के आसानी से ट्रांसफर हो सकते हैं.
स्टॉक एक्सचेंज से शेयर खरीदने या बेचने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट जरूरी है. जॉइंट ट्रेडिंग अकाउंट नहीं खुलवाया जा सकता है क्योंकि हर ट्रेडिंग अकाउंट एक पैन कार्ड से लिंक होता है. शेयरों में निवेश के लिए आपको ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट दोनों खुलवाने होते हैं. एक ही ब्रोकर के पास आपके दो ट्रेडिंग अकाउंट नहीं हो सकते. ना ही आप किसी और को इस ट्रेडिंग अकाउंट में जोड़ सकते हैं. डीमैट में यही शेयर इलेक्ट्रिक फॉर्म में रखे जाएंगे.
एक जॉइंट डीमैंट अकाउंट में कुल 3 अकाउंट होल्डर हो सकते हैं जिसमें से एक व्यक्ति मुख्य अकाउंट होल्डर होगा और बाकी दोनों जॉइंट होल्डर्स होंगे. ध्यान दें कि जॉइंट डीमैट अकाउंट में टैक्स की देनदारी प्रमुख अकाउंट होल्डर पर बनती है. साथ ही फर्स्ट होल्डर को ही सारा कम्यूनिकेशन मिलेगा.
डिस्काउंट ब्रोकर जेरोधा के मुताबिक यहां आप ऑलाइन डीमैट खाता नहीं खलुवा सकेंगे. इसके लिए आपको उनके ऑफिस जाकर फॉर्म भरने होंगे और KYC की प्रक्रिया पूरी करनी होगी. इसपर ऑफलाइन वाले ही चार्ज लगेंगे.
लेकिन वहीं, मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक आप इसे ऑनलाइन भी खुलवा सकते हैं. उसके लिए वेबसाइट से ECS मैन्डेट, KYC डॉक्यूमेंट आदि फॉर्म डाउनलोड करने होंगे. ये डाउनलोड करने के बाद इसके साथ PAN कार्ड, एड्रेस प्रूफ, पहचान पत्र आदि की सॉफ्ट कॉपी भी तैयार रखें.
फॉर्म भरने के बाद हस्ताक्षर कर उसे अपलोड करना होगा और बाकी प्रक्रिया का पालन करना होगा. फॉर्म के साथ बाकी डॉक्यूमेंट भी अपलोड करने होंगे. यहीं आपको जॉइंट अकाउंट का विकल्प चुनना होगा और नॉमिनी की जानकारी भरनी होगी.
वेरिफिकेशन के बाद डीमेट अकाउंट नंबर और ऑलाइन लॉग-इन की जानकारी मिलेगी.
जॉइंट होल्डर की वजह से दोनों का KYC कराना होगा. इसके लिए पासपोर्ट साइज फोटो (अटेस्ट किए हुए), एड्रेस प्रूफ, PAN कार्ड की कॉपी चाहिए होगी. इसके साथ ही आधार कार्ड आदि किसी पहचान पत्र और बैंक खाते के स्टेटमेंट या कैंसल्ड चेक की भी जरूरत होगी.