Paytm IPO: शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के लिए अगले महीने होगी बैठक

पेटीएम आईपीओ प्लानः कंपनी 12 जुलाई को EGM आयोजित करेगी. इस मीटिंग में विजय शेखर को प्रमोटर के तौर पर डीक्लासीफाई करने का एप्रूवल लिया जाएगा.

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  • Updated Date - June 18, 2021, 07:46 IST
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Picture: Paytm, कंपनी के शेयरहोल्डर्स की सहमति के जरिए 12,000 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू लाया जाएगा.

Picture: Paytm, कंपनी के शेयरहोल्डर्स की सहमति के जरिए 12,000 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू लाया जाएगा.

Paytm (पेटीएम) फ्रेश इक्विटी जारी करने के लिए 12,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए अगले महीने शेयरहोल्डरों की मंजूरी की मांग करेगी. Paytm (पेटीएम) अपना IPO उतारने जा रही है.

कंपनी 12 जुलाई को एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) आयोजित करेगी. इस मीटिंग में विजय शेखर को प्रमोटर के तौर पर डीक्लासीफाई करने का एप्रूवल लिया जाएगा.

EGM का नोटिस

शेखर Paytm (पेटीएम) के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. Paytm (पेटीएम) ने EGM के नोटिस में कहा है, “कंपनी के शेयरहोल्डर्स की सहमति के जरिए 12,000 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू लाया जाएगा.”

Paytm (पेटीएम) मौजूदा और योग्य शेयरहोल्डर्स के इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए एप्रूवल ले रही है. ये शेयरहोल्डर्स बोर्ड के सामने अपनी सहमति व्यक्त करेंगे.

एंट ग्रुप है सबसे बड़ी शेयरहोल्डर

Paytm (पेटीएम) के शेयरहोल्डर्स में अलीबाबा की एंट ग्रुप (29.1 फीसदी), सॉफ्टबैंक विजन फंड (19.63 फीसदी), सैफ पार्टनर्स (18.56 फीसदी), विजय शेखर शर्मा (14.67 फीसदी) शामिल हैं. इसके अलावा, AGH होल्डिंग, T रो प्राइस एंड डिस्कवरी कैपिटल, बर्कशायर हैथवे के पास कंपनी का 10 फीसदी से भी कम शेयर है.

विजय शेखर शर्मा नहीं रहेंगे प्रमोटर

नोटिस में कहा गया है, “ये तय हुआ है कि कंपनी के शेयरहोल्डर्स इस बात को रिकॉर्ड पर रखते हैं कि विजय शेखर शर्मा को अब से किसी भी मकसद, रेगुलेटरी, स्टैट्यूटरी, कमर्शियल या किसी भी अन्य वजह से प्रमोटर के तौर पर नहीं पहचाना जाएगा.”

ये कदम शर्मा के बोर्ड को लिखे उस लेटर के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि “फाउंडर कंपनी के मामलों पर कंट्रोल नहीं रखेंगे और बोर्ड केवल उनकी दी गई किसी सलाह, निर्देश या दिशा के हिसाब से काम करने के लिए बाध्य नहीं होगा.”

चिट्ठी में कहा गया है कि मैनेजमेंट और कंपनी के कामकाज में फाउंडर का दखल उनकी व्यक्तिगत क्षमता तक सीमित होगा जो कि कंपनी के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर की होगी (मौजूदा वक्त में बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर), और ये कैपेसिटी शेयरहोल्डर्स के एग्रीमेंट की शर्तों के अधीन होगी.

Published - June 18, 2021, 07:46 IST