India Pesticide IPO: 23 जून से खुलेगा इश्यू, जानें क्या है प्राइस बैंड

India Pesticide IPO: 23-25 जून तक खुलने वाले इस इश्यू के जरिए कंपनी 800 करोड़ रुपये जुटाने की योजना में है.

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निवेशक न्यूनतम 27 इक्विटी शेयरों में बोली लगा सकते हैं. एक रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट या 351 शेयरों के लिए 1,93,050 रुपये में आवेदन कर सकता है

निवेशक न्यूनतम 27 इक्विटी शेयरों में बोली लगा सकते हैं. एक रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट या 351 शेयरों के लिए 1,93,050 रुपये में आवेदन कर सकता है

भारतीय शेयर बाजार में IPO मार्केट गर्म है. इसी हफ्ते चार कंपनियों के इश्यू पर पैसा लगाने का मौका था. इनमें से दो इश्यू शुक्रवार को बंद हो रहे हैं – डोडला डेयरी और कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंस. इसमें से डोडला डेयरी के IPO को जोरदार रिस्पॉन्स मिला है और अब त इश्यू 16 गुना से भी ज्यादा सब्सक्राइब हो चुका है. अगले हफ्ते एक और आईपीओ से प्राइमरी मार्केट गुलजार होने वाला है. अगले हफ्ते आ रहा है इंडिया पेस्टिसाइड (India Pesticide) का IPO.

कृषि क्षेत्र में केमिकल का उत्पादन करने वाली कंपनी इंडिया पेस्टिसाइड ने शुक्रवार को कहा है कि उन्होंने 23 जून से खुलने वाले अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर के जरिए 800 करोड़ रुपये जुटाने की योजना में है. इस इश्यू के लिए प्राइस बैंड 290 रुपये से 296 रुपये प्रति शेयर के बीच है.

इश्यू पर 23 जून, मंगलवार से 25 जून तक निवेश करने का मौका रहेगा. वहीं, एंकर निवेशक जिसमें बड़े निवेशक, म्यूचुअल फंड हाउस शामिल होते हैं वे 22 जून को इसमें दांव लगा सकेंगे.

India Pesticide IPO की बारीकियां

इस 800 करोड़ रुपये के इश्यू में 100 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जा रहे हैं जबकि 281.4 करोड़ शेयरों का प्रोमोटर ऑफर फॉर सेल ला रहे हैं. साथ ही अन्य निवेशकों की ओर से 418.6 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जा रहे हैं. कंपनी के प्रोमोटर आनंद स्वरूप अग्रवाल हैं.

उत्तर प्रदेश की ये कंपनी मर्चेंट बैंकर से सहमति के बाद 75 करोड़ रुपये का प्री-आईपीओ प्रेसमेंट भी कर सकती है.

नए इश्यू से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी के वर्किंग कैपिटल यानी रोजमर्रा के बिजनेस खर्च की जरूरतों के लिए किया जाएगा.

कंपनी का कारोबार

इंडिया पेस्टिसाइट (India Pesticide) रिसर्च एंड डेवलेप्मेंट पर फोकस वाली एग्रोकेमिकल क्षेत्र की कंपनी है जिन्होंने अपने फॉर्मूलेशन कारोबार में विस्तार किया है. इसमें हर्बिसाइड, इंसेक्टिसाइड, और फंगीसाइड शामिल हैं. साथ ही कंपनी फार्मा कंपनियों के लिए API उत्पादन का कारोबार भी करती है. एपीआई यानी एक्टिव फार्मास्युटिकल इन्ग्रीडियंट्स – वो केमिकल जो दवाओं में इस्तेमाल होते हैं.

कंपनी का कहना है कि वे भारत में इकलौती ऐसी कपंनी है और विश्व में टॉप 5 कंपनियों में शामिल हैं जो कुछ खास प्रोडक्ट्स का उत्पादन करते हैं जैसे फॉलपेट और सायनोमैक्सानिल. ये अलग-अलग फसलों में फंगस के ग्रोथ को रोकने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.

कंपनी के पास फिलहाल दो मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं हैं. इसमें से एक लखनऊ में है तो दूसरी भी उत्तर प्रदेश के हरदोई में है. इनसे टेक्निकल प्रोडक्ट का कुल 19,500 मेट्रिक टन उत्पादन और फॉर्मूलेशंस का 6,500 मेट्रिक टन उत्पादन हो सकता है.

IPO के लिए एक्सिस कैपिटल और जेएम फाइनेंशियल बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं.

Published - June 18, 2021, 02:18 IST