IEX: भारतीय ऊर्जा विनिमय (IEX) दलाल स्ट्रीट तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है. कोविड महामारी के निचले स्तर के बाद से कंपनी के शेयरों में बीते 19 महीनों से भी कम समय में 550% से अधिक की वृद्धि हुई है. बीते वर्ष 25 मार्च के बाद 11 अक्टूबर 2021 को शेयर 119.45 रुपये से बढ़कर 780.40 रुपये हो गया है. मालूम हो कि इंडियन एनर्जी एक्सचेंज भारत में प्रमुख बिजली एक्सचेंज है, जो बिजली व्यापार की सुविधा प्रदान करती है. पावर एक्सचेंज मार्केट में इंडियन एनर्जी एक्सचेंज की बाजार हिस्सेदारी लगभग 95 फीसदी है. साथ ही लगभग 700 करोड़ रुपये की नकदी और निवेश के साथ एक ऋण-मुक्त बैलेंस शीट है.
ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज ने इंडियन एनर्जी एक्सचेंज पर 910 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ ‘बाय’ रेटिंग दी है. ये लगभग 17% की बढ़त का संकेत है.
इस पर ICICI सिक्योरिटीज का कहना है, बीते एक साल से IEX को साफ बैलेंस शीट, एकाधिकार, नियामक टेल विंड और नए उत्पादों की शुरुआत ने इसे समृद्ध रूप से मूल्यवान बना दिया गया है, जो मध्यम स्तर में मजबूत दो अंकों की मात्रा में वृद्धि को बढ़ावा देगा.’
वहीं, ऐसी उम्मीदें जताई जा रही हैं कि बिजली की बढ़ती मांग और सरकारी नीतियों से इंडियन एनर्जी एक्सचेंज को और ज्यादा समर्थन मिल सकता है.
सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (सीईआरसी) और सेबी के बीच विवाद को सुप्रीम कोर्ट ने निपटाए जाने के साथ बिजली को अब एक्सचेंजों पर वायदा अनुबंधों और डेरिवेटिव के साथ अन्य वस्तुओं के रूप में कारोबार किया जा सकता है.
यह समझौता पावर एक्सचेंजों में लंबी अवधि के डिलीवरी बेस अनुबंधों की शुरुआत के लिए द्वार खोलेगा और आईईएक्स एक लाभार्थी होगा.
ICICI सिक्योरिटीज ने आगे कहा, ‘इससे ना के वॉल्यूम में इजाफा होगा बल्कि यह बाजार को नए उत्पाद भी उपलब्ध कराएगा.
बिजली खरीद समझौतों (PPA) से एमबीईडी द्वारा उत्प्रेरित शॉर्ट टर्म मार्केट में बिजली खरीद पैटर्न के बदलाव से वित्त वर्ष 24E से वॉल्यूम में मजबूत उछाल आने की उम्मीद है.
यह आईईएक्स जैसे पावर एक्सचेंजों को मजबूत वॉल्यूम ग्रोथ ट्रैक्शन प्रदान कर सकता है.’
उछाल को देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशक भी इंडियन एनर्जी एक्सचेंज को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं। बता दें कि 31 दिसंबर को 29.60% के मुकाबले 30 जून तक कंपनी में उनकी 36.70 फीसदी हिस्सेदारी थी।
वहीं, ICICI सिक्योरिटीज ने अनुमान लगाया कि आईईएक्स का राजस्व वित्त वर्ष 24 तक 30.80 फीसदी सीएजीआर से बढ़कर 712 करोड़ रुपये हो सकता है.
वित्त वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 317.90 रुपये था. दूसरी ओर इसने यह भी अनुमान लगाया कि कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 में 31.90% के सीएजीआर से बढ़कर 471 करोड़ रुपये हो सकता है, जो वित्त वर्ष 2021 में 205.40 करोड़ रुपये था.
एयूएम कैपिटल के शोध प्रमुख राजेश अग्रवाल ने कहा, ‘भारत तीसरा सबसे बड़ा बिजली उत्पादक और उपभोक्ता है. कोयले की किल्लत के बीच जिस तरह की बिजली की स्थिति है.
हमें विश्वास है कि एक्सचेंज का वॉल्यूम और बढ़ेगा. हम 900 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ इंडियन एनर्जी एक्सचेंज को लेकर बेहद उत्साहित हैं.’