शेयरखान बाय BNP पारिबा के कैपिटल मार्केट स्ट्रैटेजी के हेड गौरव दुआ को आम कंपनियों में से तगड़ा रिटर्न देने वाले शेयरों को चुनने में महारथ हासिल है. दुआ ने रिलैक्सो फुटवियर, डिवीज लैब, लॉरस लैब्स, PI इंडस्ट्रीज, सुदर्शन केमिकल्स, अतुल लिमिटेड, इंटलेक्ट डिजाइंस, पर्सिसटेंट सिस्टम्स और एफल इंडिया जैसे कई मल्टीबैगर्स की पहचान की.
मनी9 के साथ बातचीत में उन्होंने ऊंचा रिटर्न देने वाले शेयरों को पहचानने की अपनी रणनीति का जिक्र किया है.
पेश हैं बातचीत के मुख्य अंशः
आपकी स्टॉक चुनने की रणनीति क्या है?
हम किसी भी स्टॉक के चुनाव में 3R प्रॉपराइटरी फ्रेमवर्क का इस्तेमाल करते हैं. 3R का मतलब है राइट सेक्टर (मैक्रो एनवायरनमेंट अच्छा होना चाहिए), राइट कंपनी (प्रमोटर, बिजनेस मॉडल और बैलेंस शीट की क्वॉलिटी) और राइट वैल्यूएशन (एब्सॉल्यूट और रिलेटिव बेसिस दोनों पर). ऐसे में हम मूल रूप से एक टॉप-डाउन एप्रोच पर चलते हैं ताकि एक अच्छा इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो बना सकें.
किसी स्टॉक को होल्ड करना है या बेचना है, इसका फैसला आप कैसे करते हैं?
बतौर इनवेस्टर आपको धैर्य और आशावादी होने की जरूरत है. स्ट्रक्चरल ग्रोथ आउटलुक, बढ़िया कैश फ्लो और क्वालिटी मैनेजमेंट वाली कोई भी कंपनी निवेशकों को अच्छा रिटर्न देना जारी रखेगी. लेकिन, कई दफा ये अंडरपरफॉर्म भी करती हैं और ऐसे में आपको लंबे वक्त के लिहाज से इन पर फोकस करना चाहिए.
नए निवेशकों को आपकी क्या सलाह है?
ट्रेडिंग और इनवेस्टिंग में ये अहम है कि आप एक अनुशासित एप्रोच पर चलें. इसमें आपको स्टॉक का सही चुनाव, एक्टिव रूप से ट्रैकिंग और वक्त पर कदम उठाना जरूरी होता है. इसके साथ ही कभी भी मार्केट को टाइम करने की कोशिश न करें.
आप स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट क्यों बने?
मेरी शुरुआती उम्र से ही इक्विटी मार्केट में दिलचस्पी थी. छात्र जीवन से मैंने IPO में पैसे लगाने से शुरुआत की और इस पर आगे बढ़ता गया. मुझे अलग-अलग कारोबारों का विश्लेषण करने, आंत्रप्रेन्योर्स और इनवेस्टर्स के साथ बातचीत करना पसंद है.
अपने सफर में आपने क्या सबक सीखे?
इक्विटी मार्केट में सीखने के लिए बहुत सारे सबक हैं. सफल निवेशक वही है जो कि अपनी गलतियों को पहचानता है और इसमें सुधार करता है.
किसी भी नए निवेशक की तरह से मैंने भी कुछ गलतियां की हैं. इनमें अनुशासन का पालन न करना, भीड़ की मानसिकता पर चलना और शॉर्ट-टर्म प्राइस मूवमेंट को देखना शामिल हैं.
यहां से आपको मार्केट कहां जाता दिख रहा है? कौन से सेक्टर अभी आपको निवेश के लिहाज से अच्छे दिख रहे हैं?
हम इक्विटी मार्केट को लेकर पॉजिटिव हैं. कॉरपोरेट अर्निंग्स ग्रोथ के रिवाइवल, आर्थिक रिकवरी और अनुकूल मॉनेटरी पॉलिसी से अगले 18 से 24 महीने में अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है.
पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी के लिहाज से आपको इस वक्त बैलेंस्ड एप्रोच पर चलना चाहिए. इसका मतलब है कि इनवेस्टर्स को लार्जकैप और मिडकैप के बीच पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना चाहिए.
सेक्टरों की अगर बात करें तो हम बैंकों, ऑटो, इंडस्ट्रियल और दूसरे आर्थिक रिवाइवल पर आधारित शेयरों पर ओवरवेट हैं. दूसरी ओर, हम FMCG और एनर्जी सेक्टरों में अपना एक्सपोजर कम कर सकते हैं.
हमारी बाय सिफारिशें ICICI बैंक, कमिंस इंडिया, SBI, अल्ट्राटेक, टाटा मोटर्स, गोदरेज कंज्यूमर, इंफोसिस जैसे लार्जकैप शेयरों के लिए है.
दूसरी ओर, ग्लैंड फार्मा, पॉलीकैब, डालमिया भारत सीमेंट, सुमीतोमो केमिकल्स, मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज, लॉरस लैब्स और सेल मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में आते हैं.
क्या आप किसी दूसरे इनवेस्टर को भी फॉलो करते हैं और किस जॉनर की किताबें आप पढ़ते हैं?
सफलता से काफी कुछ सीखने को मिलता है. हालांकि, आपको निवेश के अपने तरीके और इनवेस्टमेंट प्लान को खुद तैयार करना होगा.
मैं काफी पढ़ता हूं. लेकिन, जिन दो किताबों ने मुझे बेहद प्रभावित किया है, उनमें पीटर लिंच की वन अप ऑन वॉल स्ट्रीट और जोएल ग्रीनब्लैट की यू कैन बी अ स्टॉक मार्केट जीनियस शामिल हैं.