GHL: बीते आठ सालों में दिया जबरदस्‍त रिटर्न

GHL Growth: Garware Hi-Tech Films का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो व्यापक है. निर्यात में फोकस है. साथ ही वैल्यू एडेड उत्पादों में मार्जिन अच्छा है

  • Team Money9
  • Updated Date - August 12, 2021, 04:40 IST
Indian economy is coming back on track, industrial production reached the level before Covid

घरेलू आर्थिक गतिविधियों में तेजी को बताते हुए कहा गया है कि भारत का व्यापारिक आयात सितंबर में 56.4 बिलियन अमरीकी डॉलर के ऐतिहासिक मासिक उच्च स्तर को छू गया है, जबकि महीने के दौरान आयात में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई. खासकर सोना, वनस्पति तेल और इलेक्ट्रॉनिक सामान में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है.

घरेलू आर्थिक गतिविधियों में तेजी को बताते हुए कहा गया है कि भारत का व्यापारिक आयात सितंबर में 56.4 बिलियन अमरीकी डॉलर के ऐतिहासिक मासिक उच्च स्तर को छू गया है, जबकि महीने के दौरान आयात में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई. खासकर सोना, वनस्पति तेल और इलेक्ट्रॉनिक सामान में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है.

GHL Growth: HDFC Securities ने Garware Hi-Tech Films (GHL) के लिए टारगेट प्राइस Rs 1,424 दिया है. पिछले छह दशक से यह कंपनी पॉलीस्टर फिल्म उद्योग की प्रमुख कंपनी बनी हुई है. यह भारत और विदेश में व्यापार करती है. करीब 80 देशों में इसका निर्यात कारोबार है, जिससे इसकी तीन चौथाई आमदनी प्राप्त होती है. अमेरिका, यूरोप और मध्य-पूर्वी देशों में इसकी मजबूत पकड़ है. HDFC Securities का मानना है कि कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो व्यापक है और निर्यात में इसका फोकस है. साथ ही वैल्यू एडेड उत्पादों में मार्जिन अच्छा है और बहुत पेटेंट भी हैं. इस वजह से कंपनी की ग्रोथ की संभावना अच्छी बनी हुई है. बीते सालों में कंपनी के शेयरों ने जबरदस्त रिटर्न दिया है. जो कि पिछले पांच साल में यह 832 फीसदी जबकि 8 साल में 1385 फीसदी है.

हिस्सेदारी

जून 30 तक कंपनी में इसके प्रमोटरों की हिस्सेदारी 60.72 फीसदी थी. इसके अलावा एलआईसी की इसमें 3.08 फीसदी हिस्सेदारी है. जाने माने निवेशक आशीष कचोलिया भी इसमें 2.58 फीसदी की हिस्सेदारी रखते हैं.

HDFC Securities का दृष्टिकोण

GHL के बारे में इस ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी पहले उद्योग आधारित व्यापार में फोकस कर रही थी जबकि वह उपभोक्ता उत्पादों पर भी ध्यान दे रही.

यह दुनिया की उन चुनिंदा कंपनियों में से एक है जिसके पास चिप्स-से-फिल्म प्लांट मौजूद हैं. ऑटोमोबाइल, पैकेजिंग, आर्किटेक्ट, सोलर कंट्रोल, इलेक्ट्रिकल और थर्मल इन्सूलेशन के क्षेत्र में इसके उत्पाद आते हैं.

HDFC Securities के मुताबिक, “हम कंपनी को लेकर पॉजिटिव हैं. इसकी वजह नए पेंट प्रोटेक्शन फिल्म प्लांट की शुरुआत, क्षमता विस्तार के लक्ष्य वगैरह हैं.

इसी तरह उपभोक्ता सामानों और वैल्यू-एड उत्पादों में ऊंचे ग्रोथ की संभावना के साथ-साथ कंपनी का प्रबंधन आक्रमक है. वित्त वर्ष 2023 तक कंपनी का रेवेन्यू 1500 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है.”

Published - August 12, 2021, 04:40 IST