OYO IPO: हॉस्पिटैलिटी फर्म OYO ने IPO के जरिए 8,430 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ प्रारंभिक कागजात दाखिल किए हैं. सेबी के साथ दायर ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, IPO में 7,000 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और 1,430 करोड़ रुपये की ऑफर फोर सेल (OFS) शामिल है.
सेबी के पास दाखिल किए गए दस्तावेज के मुताबिक आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल इसकी सब्सिडयरीज के कर्ज को पूरा या आंशिक रूप से चुकता करने के लिए किया जाएगा. OYO की सब्सिडियरीज के ऊपर 2441 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसके अलावा कंपनी 2900 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ऑर्गेनिक व इनऑर्गेनिक ग्रोथ में करेगी. आईपीओ के जरिए जुटाए गए शेष पैसों का इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
DRHP के मुताबिक फाउंडर रीतेश अग्रवाल, होल्डिंग कंपनी RA Hospital Holdings और SoftBank Vision Fund तीन बड़े शेयरहोल्डर हैं. कंपनी में SoftBank की 46 फीसदी, रीतेश अग्रवाल की और उनकी होल्डिंग कंपनी की मिलाकर 33 फीसदी हिस्सेदारी है.
पिछले महीने सितंबर में हॉस्पिटैलिटी फर्म OYO की पैरेंट कंपनी Oravel Stays के शेयरधारकों ने कंपनी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदलने के लिए मंजूरी दी थी. यह खुलासा नियामकीय फाइलिंग से हुआ. इससे पहले Oravel Stays के बोर्ड ने कंपनी के ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल को 901 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.17 करोड़ रुपये किए जाने की मंजूरी दी थी.
अगस्त में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) फाइलिंग में OYO ने जानकारी दी थी कि माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन ने कंपनी में निवेश किया था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट ने OYO में करीब 50 लाख करोड़ रुपये (37 करोड़ रुपये) का निवेश किया है. यह निवेश इक्विटी शेयर को और अनिवार्य रूप से कंवर्टिबल कम्यूलेटिव प्रिफरेंस शेयरों को प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर इश्यू के जरिए किया गया था.