इक्विटी बाजार में 9 फीसदी की गिरावट जल्द देखने को मिल सकती है. इसे लेकर वॉल स्ट्रीट ब्रोकरेज चेतावनी भी दे चुका है. अब वॉल स्ट्रीट ब्रोकरेज का मानना है कि बाजार के पास आगे बढ़ने के लिए सीमित रनवे है जो पिछले साल की दूसरी छमाही में शुरू हुआ था. ऐसे में बहुत अधिक उछाल की उम्मीद नहीं लगाई जा सकती है क्योंकि पिछले एक से डेढ़ साल में भारी गिरावट के बाद बाजार में बढ़ोतरी भी खूब हुई है.
बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स ने जनवरी से अब तक छह हजार अंक जोड़े हैं. इस बुधवार को तो यह 56 हजार अंक तक पहुंच गया. जबकि कोरोना महामारी की शुरुआत यानी मार्च 2020 के दौरान शेयर बाजार में 35 फीसदी से भी अधिक की गिरावट दर्ज की गई थी. हालांकि राहत रही कि यह गिरावट लंबे समय तक न टिकते हुए बाजार में वापसी हुई और तब से लेकर अब तक इसमें 118 फीसदी की वृद्धि भी हो चुकी है. इसी साल जनवरी में 50 हजार की वृद्धि के बाद सेंसेक्स इस सप्ताह की शुरुआत में 56 हजार के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया.
बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) सिक्योरिटीज इंडिया के विश्लेषकों ने शुक्रवार को जारी एक नोट में कहा, हमें उम्मीद है कि बाजार निकट भविष्य में 9 फीसदी तक सही होगा. हमारा निफ्टी लक्ष्य दिसंबर तक 15 हजार अंक का है जिसका मतलब है कि आगामी दिनों में नौ फीसदी गिरावट आ सकती है. हालांकि इस रिपोर्ट ने सेंसेक्स के लक्ष्य पर कोई गाइडेंस नहीं दी है. पिछले मार्केट की रफ्तार से पता चलता है कि बीते 73 हफ्तों के दौरान रफ्तार 118 फीसदी से अधिक रही है. अब यह भविष्य की रफ्तार को सीमित जरूर कर सकती है. इसके अलावा जोखिम के अनुमानित आकलन में कमी देखी जा सकती है, ऐसे में उम्मीद यही करते हैं कि बाजार सही होगा.