देश में इस वक्त IPO की बाढ़ आई है. एक के बाद एक, कई कंपनियों ने सार्वजनिक ऑफर पेश किए हैं. अगर आप हर बार सब्सक्राइब करने में चूंक जाते हैं, तो आपके लिए उन कंपनियों से कमाने का दूसरा रास्ता भी है. वह भी एक म्यूचुअल फंड के जरिए.
एडलवाइस रीसेंटली लिस्टेड IPO फंड नए और आगामी पब्लिक ऑफर्स में हिस्सा लेता है. इसमें वह एंकर या क्वॉलिफाइड इन्वेस्टर के तौर पर निवेश करता है. लिस्टिंग के बाद यह सेकंडरी मार्केट के जरिए भी उनपर पैसे लगा सकता है, अगर वे आकर्षक दाम पर मिल रहे हों तो.
कई रिटेल इन्वेस्टर ओवर-सब्सक्रिप्शन की वजह से IPO में अलॉटमेंट पाने से रह जाते हैं. रिसर्च की कमी की वजह से वे अच्छी कंपनियों के लिस्ट होने के बाद भी उनमें पैसे नहीं लगा पाते. ऐसे में पोस्ट लिस्टिंग गेन्स से भी वे चूंक जाते हैं. एडलवाइस के फंड में पैसे लगाकर निवेशकों को इन चिंताओं से छुटकारा मिलता है. फंड खुद ही उन्हें अच्छे IPO का एक्सेस दे देता है. कंपनी का दावा मानें तो इसके पोर्टफोलियो में औसतन 30-40 स्टॉक होते ही हैं.
ऐसे चुनते हैं कंपनी
ओवरसब्सक्राइब्ड IPO के मामले में कोई गारंटी नहीं है कि फंड को अलॉटमेंट मिल ही जाए. मगर वह अच्छी कंपनियों में एंट्री के लिए कई तरीके अपनाता है. कौन से IPO को सब्सक्राइब करना है, इसका फैसला वह सख्त एनालिसिस के बाद करता है. किसी अच्छी लिस्टिंग का होल्डिंग पीरियड आमतौर पर दो साल रखने की कोशिश की जाती है. इससे पोस्ट-लिस्टिंग से मुनाफा कमाने का ठीकठाक समय मिल जाता है. कोई कंपनी इनके पोर्टफोलियो की वैल्यू कितनी बढ़ा रही है, इसके आधार पर इसमें बने रहने या निकल जाने का फैसला लिया जाता है.
एडलवाइस के फंड ने एक साल में 73 फीसदी तक रिटर्न दिया है. फरवरी 2018 में शुरू हुई इस स्कीम ने तब से सालाना 19 प्रतिशत से अधिक के रिटर्न दिए हैं. तीन साल में फंड ने एक लाख को लगभग दो लाख में बदला है. एक हजार रुपये की SIP की कीमत 6.4 लाख रुपये हो चुकी है.
फंड के फीचर
इस स्कीम की शुरुआत 2018 में हुई थी. पहले इसका नाम एडलवाइस मेडन ऑपर्चुनिटीज फंड था. 29 जून से यह ओपन एंडेड स्कीम बन चुकी है. न्यूनतम इसमें पांच हजार रुपये निवेश किए जा सकते हैं. SIP में मिनिमम 500 रुपये से शुरुआत की जा सकती है. स्कीम का लॉक-इन पीरियड छह महीने का है. उससे पहले एग्जिट करने पर कुल राशि में से दो प्रतिशत हिस्सा एग्जिट लोड के तौर पर काट लिया जाएगा. यह फंड ‘वेरी हाई’ रिस्क कैटेगरी में गिना जाता है.
इन नए स्टॉक्स में लगाए हैं पैसे
एडलवाइस के इस फंड ने फिलहाल 41 शेयरों में इन्वेस्ट कर रखा है. इनमें जेमौटे, IRCTC, एवेंयू सुपरमार्ट्स, डिक्सॉन टेक्नॉलजीस, इंडिगो पेंट्स, ग्लैंड फार्मा, हैपियेस्ट माइंड्स और MTAR जैसे आकर्षक और हाल में लिस्ट हुए स्टॉक शामिल हैं.