IT दिग्गज इन्फोसिस (Infosys) ने बुधवार को जारी मार्च तिमाही के नतीजों में बताया है कि उन्हें 5,076 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जो पिछले साल की चौथी तिमाही के मुकाबले 17.47 फीसदी ज्यादा है. पिछले साल की मार्च तिमाही में कंपनी को 4,321 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. वहीं साल दर साल मार्च तिमाही में कंपनी की आय 13 फीसदी बढ़कर 26,311 करोड़ रुपये रही है. वहीं पूरे वित्त वर्ष 2021 में कंपनी की आय 100,472 करोड़ रुपये रही है.
इस दिग्गज IT कंपनी ने बायबैक का भी ऐलान किया है. इन्फोसिस 9,200 करोड़ रुपये के शेयरों का बायबैक करेगी. इस बायबैक के लिए 1,750 रुपये प्रति शेयर का बायबैक करेगी. यानी कंपनी मौजूदा भाव 1,398.60 से 25.12 फीसदी ऊंचा भाव पर शेयर वापस खरीद रही है.
साल दर साल चौथी तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफा 30.7 फीसदी बढ़कर 6,440 करोड़ रुपये रहा है जबकि पिछले साल इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफा 4927 करोड़ रुपये था.
कंपनी के नतीजों पर इन्फोसिस (Infosys) के CEO और MD सलील पारेख का कहना है, “हमने वित्त वर्ष 2021 में 1 लाख करोड़ रुपये आय का अहम स्तर पार किया है. हमारा फोकस क्लाइंट रेलेवेंस, इन्फोसिस कोबाल्ट टीएम (Infosys CobaltTM) जैसी क्षमताओं के साथ डिजिटल पोर्टफोलियो बढ़ाने पर, और कर्मचारियों को सशक्त करने पर है जिससे ग्लोबल कंपनियां हमें चुनें. हमारे रिकॉर्ड डील का आंकड़ा इस नजरिए को सही साबित करता है.
उन्होंने कहा, वित्त वर्ष 2021 को मजबूती के साथ विदा कर रहे हैं और साथ ही डिजिटल पर केंद्रित स्ट्रैटेजी से भरोसा देती है कि वित्त वर्ष 2022 भी मजबूत होगा. पारेख ने कहा है कि कर्मचारियों में एट्रिशन रेट में वृद्धि हुई है.
वित्त वर्ष 2022 के लिए इन्फोसिस (Infosys) ने आय में 12-14 फीसदी ग्रोथ का अनुमान दिया है, कॉन्स्टेंट करेंसी आधार पर. वहीं ऑपरेटिंग मार्जिन अगले वित्त वर्ष 22 से 24 फीसदी रहने का अनुमान है.
नतीजों के साथ ही कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 के लिए 15 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का भी ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें: IT में नौकरियों के साथ बढ़ सकती है कमर्शियल रियल एस्टेट में डिमांड