अगर आपको 10-15 फीसदी का मुनाफा हुआ है तो आप कुछ शेयर बेचकर मुनाफा बुक कर सकते हैं. लंबी अवधि में आपको अनुशासन बनाना होगा और अपने निवेश का ट्रैक रखना होगा
बेंचमार्क इंडेक्स के अपने उच्च स्तर से 3.8% या 1,976 अंक नीचे होने के बावजूद BSE पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 218.14 लाख करोड़ रुपये (3 लाख करोड़ डॉलर) के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है.
गुजरे वक्त के उलट मार्केट में मौजूदा तेजी किसी खास सेक्टर या खास स्टॉक्स पर आधारित नहीं है. बल्कि, इस बार ये तेजी स्मॉल और मिड कैप स्टॉक्स के बूते आई है और इसके पीछे इन कंपनियों के चौथी तिमाही (Q4) के शानदार नतीजे रहे हैं.
इस कैलेंडर ईयर की शुरुआत से लेकर अब तक BSE का मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है. अगर वित्त वर्ष 2021-22 की बात करें तो इवेस्टर्स की पूंजी करीब 14 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है.
अकेले मई में ही अब तक मार्केट कैपिटलाइजेशन 11.11 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है. गुजरे हफ्ते के दौरान मार्केट कैप में 7.53 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है.
कोविड महामारी के हालात सुधरने और मजबूत Q4 नतीजों के अलावा अच्छे ग्लोबल संकेतों और लॉकडाउन की पाबंदियां हटने की उम्मीदों ने बाजार में तेजी पैदा की है.
एक्सपर्ट की राय
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च के हेड सिद्धार्थ खेमका कहते हैं, “लगातार पांचवें दिन भी हर रोज आने वाले कोविड मामलों की संख्या 3 लाख से कम रही है. ऐसे में लॉकडाउन के जल्द ही हटने की उम्मीद है और इससे सेंटीमेंट मजबूत हो रहा है. इस तरह से मार्केट का ओवरऑल स्ट्रक्चर लॉन्ग-टर्म के लिहाज से पॉजिटिव बना हुआ है.”
रिटेल इनवेस्टर्स
BSE का मार्केट कैेपिटलाइजेशन ऐसे वक्त पर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचा है जबकि इंडीविजुअल इनवेस्टर्स की मार्केट में हिस्सेदारी बढ़कर तकरीबन 45% पर पहुंच गई है.
इसके उलट विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) नेट सेलर (बिक्रेता) बने हुए हैं और इन्होंने अप्रैल में मार्केट से 1.29 अरब डॉलर की निकासी की है.
ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म एडलवाइज सिक्योरिटीज के मुताबिक, ये आंकड़ा मार्च 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है.