ICICI Bank Stock at 52-Week High: सितंबर तिमाही 2021-22 के लिए कंपनी ने स्टैंडअलोन आधार पर 5,511 करोड़ रुपये के अपने उच्चतम तिमाही लाभ की रिपोर्ट के बाद सोमवार को ICICI Bank के शेयरों ने 14% से अधिक की छलांग लगाई. BSE पर शेयर 12.36 फीसदी उछलकर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 853 रुपये पर पहुंच गया, जबकि NSE पर यह 14.18% उछलकर 52 हफ्ते के हाई 867 रुपये पर पहुंच गया.
निजी सेक्टर के ICICI Bank ने शनिवार को स्टैंडअलोन आधार पर सितंबर तिमाही 2021-22 के लिए 5,511 करोड़ रुपये के अपने उच्चतम तिमाही लाभ की सूचना दी, जो कि खराब ऋणों में गिरावट और स्वस्थ ऋण वृद्धि के कारण था. पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक को हुए नेट प्रॉफिट के मुकाबले यह 30 फीसदी ज्यादा है.
Jefferies | Buy | Price target: Rs 1,000
ICICI Bank के 2QFY22 परिणाम अधिकांश मामलों में प्रभावशाली थे. ऋण वृद्धि और व्यापक NIMs (शुद्ध ब्याज मार्जिन) प्रमुख चालक थे; बैंक SME/BB लोन में (+43% YoY) में वृद्धि से लाभ प्राप्त कर रहा है. HDFC बैंक के मुकाबले कोविड-रिस्ट्रक्चरिंग और स्लिपेजिज नीचे हैं, लेकिन कुल स्लिपेजिज को अभी 3.4% से गिरना होगा.
ICICI Bank एक बीटा स्टॉक (क्रेडिट चक्र से जुड़ा हुआ) से अल्फा स्टॉक (विकास संचालित) में अच्छी तरह से संक्रमण कर रहा है और HDFC Bank से 30% और कोटक बैंक से 45% डिस्काउंट को देखते हुए यह री-रेटिंग की संभावना बनी है. हम सितंबर-23 के एडजस्टेड 2.8x प्राइस-टू-बूक मूल्य के आधार पर अपने टार्गेट प्राइज को 900 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये कर देते हैं.
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ICICI Bank अब लगातार सेक्टर-बेस्ट ग्रोथ दे रहा है. हाल की परिसंपत्ति गुणवत्ता प्रवृत्तियों से संकेत मिलता है कि ऋण लागत में कमी आने की संभावना है. आगे अर्निंग्स में 3-5% सुधार को देखते हुए जोखिम-भारित परिसंपत्तियों पर रिटर्न को अपग्रेड होने की उम्मीद हैं.
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ICICI Bank की कम क्रेडिट लागत के साथ मुख्य लाभप्रदता बढ़ाने की क्षमता से RoE (इक्विटी पर रिटर्न) बढने की उम्मीद हैं. CET 17% से अधिक पर मजबूत बना हुआ है जो निरंतर विकास की अनुमति देगा. क्रेडिट कॉस्ट आगे चलकर सामान्य होने से RoE में 15% से अधिक सुधार होगा. मजबूत NIMs (शुद्ध ब्याज मार्जिन) के कारण वित्त वर्ष 22-24 के लिए बैंक का EPS 6-9% तक बढने कि उम्मीद हैं.
नेट इंटरेस्ट इनकम जो कि ब्याज आमदनी और ब्याज खर्च के बीच अंतर को कहते हैं, उसमें 25 फीसदी का इजाफा इस दौरान ICICI Bank को हुआ है और बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम बढ़कर 11,690 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. इसमें 43 बीपीएस का सुधार हुआ है और नेट इंटरेस्ट मार्जिन 4 फीसदी पर पहुंच गया है. बैंक के कुल एडवांस 17 फीसदी बढ़कर 7.64 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
ICICI Bank की एसेट क्वालिटी में भी सुधार हुआ है और इसकी रिकवरी और अपग्रेड बढ़े हैं. साथ ही बैंक के NPA में भी गिरावट आई है. ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) 33 बीपीएस गिरकर 4.82 फीसदी पर आ गए हैं. ICICI Bank ने कहा है कि रिटेल, बिजनेस बैंकिंग और SME कस्टमर्स से मिलने वाली फीस सालाना आधार पर 25 फीसदी बढ़ी है और कुल फीस में इसका हिस्सा करीब 78 फीसदी है.
ICICI Bank के कार्यकारी निदेशक संदीप बत्रा ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान संवाददाताओं से कहा, “यह अब तक का सबसे अधिक शुद्ध लाभ होगा. हमारी पूंजी बढ़ रही है, अर्थव्यवस्था बढ़ रही है. इस अवधि के दौरान कोई असाधारण वस्तु नहीं है क्योंकि हमने (सहायक कंपनियों से) कुछ भी नहीं बेचा है.”
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