मारुति सुजुकी का Q2 में मुनाफा घटा, जानिए क्या कह रहे हैं ब्रोकरेज

Maruti Suzuki Earnings Outlook: ज्यादातर ब्रोकरेज ने चिप की कमी के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए मारुति सुजुकी के अर्निंग एस्टिमेट में कटौती की है

brokerage has mixed view on maruti suzuki post q2 results

कमजोर तिमाही नतीजे सामने आने के बावजूद मारुति सुजुकी के शेयर शुक्रवार दोपहर में 125.65 अंक या 1.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,499.05 पर ट्रेड करते दिखे

कमजोर तिमाही नतीजे सामने आने के बावजूद मारुति सुजुकी के शेयर शुक्रवार दोपहर में 125.65 अंक या 1.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,499.05 पर ट्रेड करते दिखे

भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) के Q2FY22 रिजल्ट में इसका नेट प्रॉफिट 65.3% घटकर 475.3 करोड़ रुपये हो गया, जो Q2FY21 में 1,371.6 करोड़ रुपये था. इस खबर के बाद शेयर 7,334 रुपये प्रति शेयर पर सपाट ट्रेड कर रहे थे. तिमाही में नेट सेल 9.1% YoY बढ़कर 1,929.78 करोड़ रुपये हो गई है.

कमजोर तिमाही नतीजे सामने आने के बावजूद मारुति सुजुकी के शेयर शुक्रवार दोपहर में 125.65 अंक या 1.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,499.05 पर ट्रेड करते दिखे.

कंपनी का ऑपरेटिंग EBIT (अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट टैक्स) Q2FY22 में 91.5% घटकर 98.8 करोड़ रुपये हो गई, जो Q2FY21 में 116.77 करोड़ रुपये थी. 30 सितंबर 2021 को ऑपरेटिंग EBIT मार्जिन 0.5% था, जबकि 30 सितंबर 2020 को यह 6.6% था.

कंपनी ने आगे कहा कि इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट की कमी के कारण एस्टिमेटेड 116, 000 व्हीकल का प्रोडक्शन नहीं किया जा सका, जो ज्यादातर डोमेस्टिक मॉडल थे. तिमाही के अंत में कंपनी के पास 200,000 से ज्यादा पेंडिंग कस्टमर ऑर्डर थे, जिसके लिए कंपनी डिलीवरी में तेजी लाने के लिए सभी प्रयास कर रही है.

मारुति सुजुकी ने कहा कि इस तिमाही में स्टील, एल्युमीनियम और कीमती मेटल जैसी कमोडिटी की कीमतों में एक साल के अंदर काफी इजाफा हुआ है. कंपनी ने कॉस्ट में कमी के जरिए से इनपुट कॉस्ट में हुई वृद्धि को बैलेंस करने की काफी कोशिश की ताकी कस्टमर्स पर कम से कम प्रभाव पड़े.

कंपनी के Q2FY22 रिजल्ट के साथ ब्रोकरेज (borkerage) का इस स्टॉक पर मिला-जुला नजरिया है.

JP Morgan | रेटिंग: अंडरवेट | प्राइस टारगेट: 6,300 रुपये

मारुति के Q2 रिजल्ट अनुमान से काफी नीचे थे. कंपनी की वित्तीय स्थिति कमजोर होने की संभावना है जब तक कि लॉन्च मूवमेंट में अच्छा सुधार नहीं होता है. इसके अलावा मार्केट हिस्सेदारी के नुकसान के चलते प्राइस में बढ़ोतरी हुई है. इन बातों का हवाला देते हुए जेपी मॉर्गन ने अपने FY22/23/24 EPS (अर्निंग पर शेयर) में क्रमशः 18%/9%/3% की कटौती की है.

Credit Suisse | रेटिंग: आउटपरफॉर्म | प्राइस टारगेट: 8,759 रुपये

प्रोडक्शन नॉर्मलाइजेशन, मार्जिन रिकवरी और मजबूत नए मॉडल साइकिल पर बारीकी से नजर रखी जाएगी. चिप सप्लाई की कमी के चलते क्रेडिट सुइस ने भी अपने FY22-24 EPS को 2-6% तक कम कर दिया है. हालांकि, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने मजबूत इंडस्ट्री ग्रोथ की उम्मीदों पर स्टॉक पर आउटपरफॉर्म रेटिंग बरकरार रखी है और नए मॉडल साइकिल और वैल्यूएशन पर पॉजिटिव हैं.

Phillip Capital | रेटिंग: न्यूट्रल | प्राइस टारगेट: 7,240 रुपये

कमोडिटी की ऊंची कीमतें और कार की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए सीमित गुंजाइश निकट भविष्य में मार्जिन के लिए लगातार जोखिम बनी हुई है. अगली कुछ तिमाहियों तक मार्जिन पर दबाव बना रहेगा. FY22 के लिए वॉल्यूम और मार्जिन के लिए क्रमशः 4.5% और 180 बेसिस पॉइंट का अनुमान है.

(डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में रिकमेंडेशन संबंधित रिसर्च और ब्रोकरेज फर्म द्वारा की गई हैं. मनी 9 और उसके मैनेजमेंट उनकी निवेश सलाह के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेते हैं. कृपया निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से सलाह लें)

Published - October 29, 2021, 02:55 IST