भारत की चौथी सबसे बड़ी टू-व्हीलर कंपनी बजाज ऑटो (Bajaj Auto) ने मार्च तिमाही के नतीजे पेश किए हैं और इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1.7 फीसदी बढ़कर 1,332.07 करोड़ रुपये रहा जबकि वित्त वर्ष 2020 की मार्च तिमाही में कंपनी को 1,310.29 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
पिछले साल के मुकाबले इस बार चौथी तिमाही में कंपनी की आय 26 फीसदी बढ़ी है. बाजाज ऑटो के 8,596.1 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. हालांकि पिछले साल देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से नतीजे सुस्त ही थे. उस वजह से भी इस बार मार्च तिमाही में बेहतर उछाल देखने को मिला है.
वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में कंपनी (Bajaj Auto) ने 11,69,664 गाड़ियां बेची हैं जो वित्त वर्ष 2020 के जनवरी-मार्च की अवधि से 18 फीसदी ज्यादा है. उस वक्त बजाज ऑटो की बिक्री 9,91,961 यूनिट रही थी.
EBITDA पर नजर डालें तो पाएंगे कि कंपनी ने 20 फीसदी की साल दर साल उछाल दिखाई है. मार्च तिमाही में EBITDA 1,558 करोड़ रुपये रही है लेकिन EBITDA मार्जिन में 90 बेसिस पॉइंट की गिरावट रही है. मार्जिन लागत बढ़ने की वजह से 18.1 फीसदी रही है.
बजाज ऑटो (Bajaj Auto) ने चौथी तिमाही के लिए शेयर होल्डर्स के लिए 140 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है. ये रकम 27 जुलाई तक निवेशकों को मिलेगी.
कंपनी ने रेगुलेटर्स को दी जानकारी में कहा है कि बजाज ऑटो का सरप्लस 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है. कंपनी के डिविडेंड डिस्ट्रिब्यूशन पॉलिसी के तहत बोर्ड ने स्टैंडअलोन मुनाफे के 90 फीसदी दर पर यानी 140 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है.
31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष 2021 में कंपनी की आय में 7 फीसदी की गिरावट देखी गई है. बजाज ऑटो को इस दौरान 27,741 करोड़ रुपये की आय हुई जबकि मुनाफा वित्त वर्ष 2020 के मुकाबले 11 फीसदी घटकर 4,555 करोड़ रुपये पर रहा है. इस साल कंपनी ने 39,72,914 गाड़ियां बेची हैं जबकि उससे पहले साल 46,15,212 गाड़ियां बेचीं थी.
बजाज ऑटो (Bajaj Auto) ने स्टॉक एक्सचेंजों की दी अलग जानकारी में बताया है कि राहुल बजाज ने कंपनी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है. कंपनी के मौजूदा नॉन-एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर नीरज बजाज उनकी जगह लेंगे. राहुल बजाज को 1 मई से अगले 5 साल के लिए बजाज ऑटो चेयरमैन एमेरिटस घोषित किया गया है.