राधाकिशन दमानी के मालिकाना वाले एवेन्यू सुपरमार्ट्स, जो रिटेल स्टोर्स की डीमार्ट चेन का संचालन करते हैं. उन्होंने शनिवार को सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही के लिए 418 करोड़ रुपए के टैक्स के बाद कंसोलिडेट प्रॉफिट की सूचना दी, जो बीते साल की समान तिमाही में 199 करोड़ रुपए से 110 प्रतिशत का इजाफा हुआ. सब्सिक्वेंटली, लाभ 95.36 करोड़ रुपए (लॉकडाउन इफेक्ट के कारण) से काफी अधिक है.
तिमाही के लिए कंसोलिडेट रेवेन्यू 7,789 करोड़ रुपए पर आया, जो जून 2020 तिमाही में 5,306 करोड़ रुपए की तुलना में 47% का इजाफा है. क्रमिक रूप से, रेवेन्यू 5,183 करोड़ रुपए से 50% अधिक है.
पिछली तिमाही में 4.3% और पिछले साल में 6.2% की तुलना में कुल ग्रॉस मार्जिन 8.6% अधिक था. ऑपरेशन्स के अपेक्षाकृत लंबे घंटों, हायर जनरल मर्चेंडाइस सेल, स्टेपल / एफएमसीजी प्रोडक्ट्स की बढ़ती कीमतों और गैर-जरूरी प्रोडक्ट्स की हाई बिक्री के कारण ग्रॉस मार्जिन में साल-दर-साल सुधार हुआ है. तिमाही के लिए नेट मार्जिन बढ़कर 5.4% हो गया जो पिछली तिमाही में 1.8% और पिछले साल की समान अवधि में 3.7% था.
DMart के बीते 2 साल या उससे पुराने 187 स्टोर्स हैं, और सितंबर 2020 की तुलना में ये सितंबर 2021 में इन स्टोर्स में 23.7 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है. इस तरह के शानदार प्रदर्शन के बावजूद, अधिकांश ब्रोकरेज स्टॉक को लेकर उत्साहित नहीं हैं.
मॉर्गन स्टेनली | रेटिंग- अंडरवेट | प्राइस टारगेट- 4,338 रुपए
दूसरी तिमाही में आय मॉर्गन स्टेनली के अनुमानों से चूक गई लेकिन आम सहमति से आगे थी. मजबूत ट्रेलिंग स्टॉक परफॉर्मेंस को देखते हुए रणनीतिक रूप से शेयरों को ‘कम वजन’ रेटिंग दी गई है. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म स्टॉक में फिर से प्रवेश करने के लिए बेहतर कीमत का इंतजार कर रही है.
क्रेडिट सुइस | रेटिंग- अंडरपरफॉर्म | प्राइस टारगेट – 3,500 रुपए
दूसरी लहर के बाद वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही काफी हद तक पूर्ण सामान्य स्थिति बहाल होने के अनुरूप था. डी-मार्ट अपनी सिद्ध ‘रोजमर्रा की कम कीमत’ की रणनीति पर अच्छी तरह अमल करना जारी रखेगा. क्रेडिट सुइस ने अपनी रेटिंग को ‘अंडरपरफॉर्म’ कर दिया है क्योंकि स्टॉक बेहद स्ट्रेच्ड वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहा है.
कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज़ | रेटिंग- सेल | प्राइज टारगेट- 3,080 रुपए
लॉकडाउन नियमों में ढील के रूप में DMart ने वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में रेवेन्यू प्रॉफिट 46.6%/52% YoY/QoQ पोस्ट की. 6.7 अरब रुपए का EBITDA अनुमान से 4% कम था, जो सामान्य माल की बिक्री में अपेक्षा से कमजोर 14.3% के निचले GM (सकल मार्जिन) के कारण था. जैसे-जैसे निर्माण गतिविधि फिर से शुरू होगी, स्टोर एडिशन्स की रफ्तार प्राप्त करना जारी रखेगा. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि स्टॉक आक्रामक राजस्व इजाफे में बिना किसी मार्जिन कमजोर पड़ने के मूल्य निर्धारण कर रहा है.
मैक्वेरी | रेटिंग: आउटपरफॉर्म | प्राइज टारगेट- 5,950 रुपए
बढ़िया बिक्री, बेहतर मिक्सचर और कॉस्ट कंट्रोल को देखते हुए वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही का फायदा उपरोक्त अनुमानों में आया. मैक्वेरी ने वित्त वर्ष 2012/23/24 ईपीएस (प्रति शेयर आय) में 6% की वृद्धि की है, जो कि Q2 बीट और हेल्दी रिकवरी प्रवृत्ति में कारक है. मुद्रास्फीति के माहौल में ग्राहक अपनाने में इजाफे से रिकवरी को फायदा होगा.
(डिस्क्लेमर: इस खबर में सिफारिशें संबंधित शोध और ब्रोकरेज फर्मों द्वारा बताई गईं हैं. Money9 और मैनेजमेंट उनकी निवेश सलाह के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं उठाता है. निवेश करने से पहले कृपया अपने निवेश सलाहकार से सलाह जरूर लें)