अदानी पोर्ट्स को अमेरिका में एक तगड़ा झटका लगा है. अदानी पोर्ट्स (Adani Ports) को अमेरिकी शेयर सूचकांक डॉओ जोंस ने बाहर कर दिया गया है. S&P डॉओ जोंस इंडाइसिस ने कहा कि भारत की अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड को म्यांमार की सेना (जिस पर इस साल तख्तापलट के बाद मानवाधिकार हनन का आरोप है) के साथ व्यापारिक संबंधों के कारण अपने सूचकांक से हटाया है.
म्यांमार की सेना पर इस साल तख्तापलट के बाद मानवाधिकार हनन का आरोप है. अदानी ग्रुप देश का सबसे बड़ा निजी मल्टी-पोर्ट ऑपरेटर है जो सैन्य समर्थित म्यांमार आर्थिक निगम (MEC) से लीज पर ली गई भूमि पर यांगून में 290 मिलियन डॉलर का पोर्ट बना रहा है. गुरुवार 15 अप्रैल को इंडेक्स खुलने से पहले इसे हटा दिया जाएगा. मंगलवार को इसकी जानकारी दी गई है. फरवरी में सैन्य तख्तापलट के बाद 700 से ज्यादा लोग मारे गए थे. एक अधिकारी के मुताबिक, जो आंग सान सू की नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बेदखल किया जा चुका है.
अदानी समूह (Adani group) ने 31 मार्च को कहा था कि वह म्यांमार में अपने बंदरगाह परियोजना पर अधिकारियों और स्टेकहोल्डर से चर्चा करेगा. मानवाधिकार समूहों ने बताया कि इसकी सहायक कंपनी ने सैन्य-नियंत्रित फर्म को किराए में लाखों डॉलर का भुगतान करने के लिए सहमति व्यक्त की थी.
शेयर में आई गिरावट
इस खबर का अदानी पोर्ट्स (Adani Ports) के शेयर पर भी असर साफ दिखाई दिया. दोपहर करीब 1 बजे BSE सेंसेक्स पर शेयर 3.77 फीसद की गिरावट के साथ 28.10 रुपए लुढ़कर 716.40 रुपए पर पहुंच गया है. फिलहाल, अदानी पोर्ट्स की मार्केट कैप (Adani Ports market cap) करीब 1.45 लाख करोड़ रुपए है. अदानी पोर्ट्स को अमेरिकी शेयर सूचकांक से हटाए जाने के फैसले का एक्टिविस्टों से स्वागत किया है. बता दें कि मानवाधिकार हनन के आरोप के चलते म्यांमार सेना को दुनिया भर में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. अमेरिका और यूके ने MEC पर कई प्रतिबंध भी लगाए थे.