यह साल IPO के नाम रहन वाले है. एक साथ कई कंपनियां अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) ला रही हैं, वहीं कुछ लाने की तैयारी में हैं. अफोर्डेबल हाउसिंग फाइनेंस कंपनी आधार हाउसिंग ने भी अपना IPO लाने की तैयारी की है. हालांकि, आधार हाउसिंग में नियंत्रण हिस्सेदारी को कम कर 5,800 करोड़ रुपये जुटाने की ब्लैकस्टोन की योजना को झटका लगा है. दरअसल में मार्केट रेगुलेटर SEBI से IPO के लिए लगभग नौ महीनों से मंजूरी नहीं मिल पाने के कारण कंपनी की IPO लाने की योजना अटक गई है.
किसी भी कंपनी की ओर से SEBI के पास डॉक्यूमेंट जमा कराने के दो से तीन महीनों के अंदर मंजूरी मिल जाती है. आधार हाउसिंग के संबंध में SEBI की ओर से बताया गया है कि इसके लिए एक अन्य रेगुलेटर से जवाब का इंतजार किया जा रहा है.
IPO के जरिए लगभग 7,300 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आधार हाउसिंग ने इस साल की शुरुआत में डॉक्यूमेंट जमा कराए थे. कंपनी की योजना 1,500 करोड़ रुपये के नए शेयर्स जारी करने की है. ब्लैकस्टोन लगभग 5,800 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचेगी. कंपनी के मुताबिक वह इस फंड का इस्तेमाल कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए और टियर 1 कैपिटल बेस को बढ़ाने में करेगी.
पिछले फाइनेंशियल ईयर में आधार हाउसिंग का नेट प्रॉफिट बढ़ा था. कंपनी का नेट प्रॉफिट बढ़कर 340 करोड़ रुपये रहा था. वहीं कंपनी की कुल इनकम 1,372 करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 1,550 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी.
आधार हाउसिंग में लगभग 98% हिस्सेदारी अमेरिकी इनवेस्टमेंट फर्म ब्लैकस्टोन की यूनिट BCP Topco की है. कंपनी में यह हिस्सेदारी दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी और वधावन ग्रुप से 2019 में लगभग 2,200 करोड़ रुपये खरीदी थी. बता दें कि रेटिंग एजेंसी Care ने आधार हाउसिंग के लिए AA क्रेडिट रेटिंग दी है. यह रेटिंग ब्लैक स्टोन की ओर से कंपनी को खरीदने के बाद मिली है जो कंपनी की मजबूत फाइनेंशियल कंडीशन की ओर इशारा कर रही है.