कोई भी व्यक्ति ट्रेड करने की नेचुरल एबिलिटी के साथ पैदा नहीं हुआ है, ट्रेड स्किल डेवलप करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. हालांकि, हर प्रोफेशनल शेयर मार्केट (Stock Market) ट्रेडर में एक चीज कॉमन होती है और वो है आगे बढ़ना. स्टॉक ट्रेडिंग एक कॉम्पिटेटिव इंडस्ट्री है, और डिसीजन मेकिंग के लिए ट्रेडिंग तकनीकों की गहरी समझ जरूरी है. ट्रेडिंग में बिगनर्स के लिए, सबसे बड़ी रुकावट है सही टाइमिंग की जानकारी न होना और इस स्किल को एक्सपीरिएंस और प्रेक्टिस के जरिए ही सीखा जा सकता है. यदि आप ट्रेडिंग में नए हैं, तो यहां कुछ आजमाई हुई स्ट्रेटजी हैं जो आपको शेयर मार्केट में सही तरीके से ट्रेड करने में सक्षम बनाती हैं.
स्टॉक ट्रेडिंग एक खेल भी है और एक बिजनेस भी. सबसे जरूरी बात एक ट्रेडर को अपने लिए आइडियल ट्रेडिंग अप्रोच को पहचानना चाहिए, क्योंकि कोई एक अप्रोच नहीं है जो सभी के लिए सफलता सुनिश्चित कर सके. आप ट्रेडिंग कैसे करते हैं यह निर्धारित करता है कि आप कितने सफल होंगे. लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जो भी अप्रोच अपनाई जाती है, उसमें एक महत्वपूर्ण बढ़त होनी चाहिए जो उन्हें भीड़ से अलग बनाती है. कैजुअल एटीट्यूड के साथ ट्रेड करने से ज्यादातर औसत परिणाम ही मिलते हैं.
सफल ट्रेडर्स के बीच जो एक कॉमन क्वालिटी है वो है ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के लिए बिजनेस जैसा नजरिया. वो छोटे से छोटी डिटेल पर भी ध्यान देते हैं, अपने खुद के रिकॉर्ड बनाते हैं, अपने लिए गए डिसीजन की जिम्मेदारी लेते हैं, और अपनी असफलताओं से सीखते हैं कि वो कैसे और बेहतर होकर अपनी सफलता को और बढ़ा सकते हैं.
प्रोसेस को ज्यादा कॉम्प्लिकेट बनाना समय की बर्बादी है, जिससे सीखना और सुधार करना मुश्किल हो जाता है. दूसरी ओर, चीजों को सरल बनाने से आप अधिक तेजी से सुधार कर सकेंगे और सीखने के अनुभव को काफी आसान बना सकेंगे.
एक सफल ट्रेडर वो है जो ठंडे दिमाग से ट्रेड करता है और एक स्ट्रेटजी से दूसरी स्ट्रेटजी नहीं बदलता. एक प्रोफेशनल ट्रेडर अपने लिए नियम बनाता है और यह सुनिश्चित करता है कि वो उनका पालन करे. इसलिए, केवल इस आधार पर कोई निष्कर्ष न निकालें कि आपने शॉर्ट टर्म में कोई प्रॉफिट नहीं कमाया है. लॉन्ग टर्म प्रॉफिट पर ध्यान देना ज्यादा बेहतर होता है.
चूंकि स्टॉक ट्रेडिंग पासा फेकने की तरह है, इसलिए गलतियां करना काफी सामान्य है. और एक ट्रेडर सालों के अनुभव
और दर्जनों ट्रेड करने के बाद ही किसी भी परिस्थिति में शांत रहना सीख सकता है. यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है
कि आप अपना सारा ध्यान नुकसान पर केंद्रित नहीं कर रहे हैं. एक कदम आगे बढ़कर अपनी असफलताओं को स्वीकार
करके उनसे सीखना चाहिए. सालों की मेहनत और अपनी गलतियों से सीखने का हुनर ही ट्रेडर को मार्केट की गहरी
समझ प्रदान करता है, जो उन्हें चुनौतियों से उबरने और बेहतर योजना बनाने में मदद कर सकती है.
जैसा कि पहले बताया गया है, ट्रेडिंग कोई ऐसी चीज नहीं है जो स्वाभाविक रूप से आती है. किसी भी प्रतिस्पर्धी खेल की
तरह, इसके लिए भी बहुत मेहनत करने की जरूरत होती है. एक ट्रेडिंग प्लान एक ट्रेडिंग मैनुअल के रूप में काम करती
है और ये डायरेक्शन और एक सफल ट्रेडर बनने के लिए बहुत जरूरी है.
हालांकि, बदलते मार्केट सिनेरियो के हिसाब से री-प्लान बनाने की जरूरत हो सकती है. जो रिजल्ट चाहिए उसके लिए
समय-समय पर अपने निवेश का मूल्यांकन और दोबारा प्लान बनाना जरूरी है.
एक कहावत है ‘प्रैक्टिस एक व्यक्ति को परफेक्ट बनाती है’. इस कहावत का बहुत इस्तेमाल किया जाता है. ट्रेडिंग स्किल
रातों रात नहीं पैदा हो सकती. यहां तक कि सबसे सफल ट्रेडर को भी कई बार भारी प्रॉफिट होता तो कई बार उसे
नुकसान का सामना भी करना पड़ता है. जरूरी बात यह है कि लगातार कोशिश करते रहें और अपने प्रदर्शन में सुधार
करके सफलता की संभावनाओं को बढ़ाएं. अपने आप से कंपटीशन करने और अपनी प्रोग्रेस पर नजर रखने से आपको
गलतियों से बचने और अपने ट्रेडिंग और निवेश परिणामों को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है. याद रखें कि एक
सफल स्टॉक ट्रेडर हमेशा मार्केट का स्टूडेंट होता है. मार्केट से सीखने पर ध्यान केंद्रित करें, रिसर्च के लिए समय निकालें,
शेयर मार्केट की जटिलताओं को समझें, क्योंकि यह एक लाइफ लॉन्ग प्रोसेस है.
ट्रेडिंग सरल है, लेकिन आसान नहीं है, और शेयर मार्केट में सफलता तुरंत नहीं मिलती. एक जानकार स्टॉक ट्रेडर होने
के नाते अपने इस सफर को रोमांचक बनाएं और अपना ध्यान इस सफर के दौरान मिलने वाले मीठे फलों पर केंद्रित करें.
(लेखक विकास सिंघानिया ट्रेडस्मार्ट के CEO हैं; व्यक्त किए गए विचार निजी हैं)