पारस डिफेंस, जिसने 1 अक्टूबर को शेयर बाजारों में धमाकेदार शुरुआत की. इससे कुछ ही कारोबारी सेशन्स में निवेशकों को अमीर बना दिया. कंपनी के शेयर 7 अक्टूबर को 175 रुपए के इशु प्राइज से 246% या 3.46 गुना बढ़कर 606.10 रुपए हो गए हैं. इसका मतलब है कि एक लॉट में 14,875 रुपए का निवेश अब 51,518 रुपए है.
इससे पहले, पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज के शुरुआती पब्लिक ऑफर (IPO) को पिछले महीने 304.26 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. ऑफर की कीमत सीमा 165-175 रुपए प्रति शेयर थी. सब्सक्रिप्शन के पहले दिन खुलने के कुछ घंटों के भीतर आईपीओ पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया. 5 सत्रों में 3 गुना से अधिक रिटर्न! यह नया लिस्टेड स्टॉक 14,875 रुपए से 50,000 रुपए हो गया.
1 अक्टूबर को कंपनी के शेयरों ने एक अच्छी शुरुआत की और अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले के आखिर में 185% अधिक पर बंद हुए. BSE पर इश्यू प्राइस से 171.42% की भारी उछाल को दर्शाते हुए स्टॉक 475 रुपए पर लिस्टेड हुआ था. NSE पर, यह इश्यू मूल्य से 168 फीसदी की तेजी के साथ 469 रुपए पर लिस्टेड हुआ. फिलहाल कंपनी का बाजार मूल्यांकन करीब 2,363.79 करोड़ रुपए के आसपास है.
पारस डिफेंस को ‘सब्सक्राइब’ रेटिंग देते हुए, वेंचुरा सिक्योरिटीज ने पहले कहा था कि 175 रुपए प्रति शेयर का IPO मूल्य महंगा नहीं था. आने वाले विस्तार की प्लानिंग से आने वाले सालों में टॉप-लाइन प्रदर्शन में तेजी आने की उम्मीद है. ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी का रेवेन्यू फाइनेंशियल ईयर 2021 में 143.30 करोड़ रुपए से बढ़कर फाइनेंशियल ईयर 2024 तक 359.10 करोड़ रुपए हो सकता है. इसी तरह, इसी अवधि के दौरान EBITDA 43.40 करोड़ रुपए से बढ़कर 102 करोड़ रुपए हो सकता है. वेंचुरा ने यह भी अनुमान लगाया कि पारस डिफेंस का शुद्ध लाभ 15.80 करोड़ रुपए से 62.50 करोड़ रुपए बढ़ सकता है.
कंपनी के बारे में
कंपनी रक्षा और अंतरिक्ष इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशन की एक विस्तृत श्रृंखला के डिजाइन, विकास, मैन्युफैक्चरिंग और टेस्टिंग में लगी हुई है. पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजी का व्यवसाय केंद्र सरकार और संबंधित संस्थाओं, जैसे डिफेंस पब्लिक सेक्टर के उपक्रमों और स्पेस रिसर्च में शामिल सरकारी ऑर्गेनाइजेश द्वारा परियोजनाओं और कार्यक्रमों पर अत्यधिक निर्भर है.
डिफेंस और स्पेस सेक्टर में प्रोडक्ट और सॉल्यूशन की 34 अलग अलग कैटेगरी की एक सीरीज के साथ, पारस भारत में एक अग्रणी आईडीडीएम (स्वदेशी रूप से विकसित निर्माता) कंपनी है. इसने अपने प्रोडक्ट गुणों को ग्लोबल स्टैंडर्ड तक बढ़ाने के लिए ग्लोबल डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिक्स कंपनियों के साथ रणनीतिक गठजोड़ स्थापित किया है. इससे कंपनी को निर्यात बाजार में अपनी मौजूदगी का विस्तार करने में मदद हासिल हो सकती है. वर्तमान में, डोमेस्टिक व्यापार रेवेन्यू में 80-85% का योगदान देता है, जबकि शेष 15-20% निर्यात से आता है. कंपनी के पास 305 करोड़ रुपए की ऑर्डर बुक है, जिसे 2 साल में पूरा किया जा सकता है.
क्यों खरीदना चाहिए?
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, “लिस्टेड होने के बाद, कंपनी ने भारी डिमांड देखी, और कंपनी के शेयर की कीमतें 29% की जबरदस्त वापसी के साथ ऊपरी सर्किट लग गया है. मजबूत ऑर्डर बुक, डाइवर्सिफाइड प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और मजबूत ग्राहक संबंध को देखते हुए कंपनी आने वाले सालों में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन करने जा रही है. कंपनी एक अग्रणी सेगमेंट में काम करती है जिसमें हाई एंट्री बैरियर हैं. कंपनी के फंडामेंटल मजबूत हैं जहां लॉन्ग टर्म के लिए निवेश जारी रखना चाहिए. नए निवेशकों को गिरावट का इंतजार करना चाहिए और फिर उसी हिसाब से 500 रुपए के आसपास अपनी पोजीशन बनानी चाहिए.”
हेम सिक्योरिटीज की सीनियर रिसर्च विश्लेषक आस्था जैन ने निवेशकों को मौजूदा स्तर पर कुछ मुनाफा वसूलने की सलाह दे रहे हैं. उनके मुताबिक “निवेशकों को केवल 5 कारोबारी सत्रों में हालिया रन-अप के बाद कम से कम 75% लाभ बुक करना चाहिए”.