हममें से ज्यादातर लोगों को जब अचानक पैसे की जरूरत पड़ती है तो पर्सनल लोन सबसे आसान रास्ता दिखता है. इसकी वजह ये है कि बैंक पर्सनल लोन आसानी से दे देते हैं. लेकिन, आपको इन पर ऊंचा ब्याज चुकाना पड़ता है.
लेकिन, एक ऐसा रास्ता है जिससे आप बैंक से ही पर्सनल लोन के मुकाबले कम ब्याज दर पर कर्ज ले सकते हैं. टॉप-अप (top-up) होम लोन आपको कम ब्याज दर पर पैसे उपलब्ध कराता है.
टॉप-अप लेने से पहले कुछ शर्तों को पूरा करना जरूरी
अगर आप होम लोन पर टॉप-अप (top-up) लेने का सोच रहे हैं तो यह बेहद जरूरी है कि आपने पिछली 12 मासिक किस्त (EMI) का समय पर भुगतान किया है. बैंक द्वारा टॉप-अप (top-up) लोन की रकम चुकाई गई EMI पर निर्भर करती है.
12 महीने की किस्त के बाद बैंक आपको होम लोन का 10% रकम टॉप-अप (top-up) में दे सकते हैं. वहीं, 24 EMI के बाद 20% राशि टॉप-अप लोन में दे सकते हैं.
इन बातों का रखें खास ध्यान
जिस तरह आप अपने मोबाइल फोन में टॉप-अप (top-up) रीचार्ज करते हैं और आपके फोन में बैलेंस आ जाता है, उसी तरह आप होम लोन को टॉप-अप कर सकते हैं. होम लोन का टॉप-अप (top-up) लोन भी 30 साल की अवधि के लिए लिया जा सकता है.
होम लोन लेने के कुछ समय बाद आप यह लोन ले सकते हैं. आमतौर पर बैंक होम लोन के रीपेमेंट का पैटर्न देखकर आपको टॉप-अप (top-up) लोन देते हैं. यह वास्तव में एक पर्सनल लोन की तरह है. ब्याज दर की गणना उधार लेने वाले व्यक्ति के क्रेडिट हिस्ट्री पर निर्भर करता है.
इस लोन का इस्तेमाल किसी भी उद्देश्य के लिए जैसे घर की मरम्मत, बच्चों की पढ़ाई, बेटी की शादी या फिर अतिरिक्त प्रॉपर्टी की खरीदारी के लिए भी किया जा सकता है. लोन के भुगतान के साथ-साथ टॉप-अप (top-up) लोन की मासिक किस्तों का भुगतान भी करना होता है.
होम लोन पर टॉप-अप लेने का प्रॉसेस बिल्कुल होम लोन लेना जैसा है. आपको प्रॉपर्टी के दस्तावेज, पता, पहचान पत्र और आय का प्रमाण जमा करना होगा. टॉप-अप (top-up) लोन के तहत लोन की अधिकतम सीमा भी तय है. उदाहरण के लिए, एक्सिस बैंक में टॉप-लोन की अधिकतम सीमा 50 लाख रुपये और इंडियन बैंक में 60 लाख रुपये हैं.
टॉप-अप लोन के फायदे
टॉप-अप (top-up) लोन की ब्याज दर पर्सनल लोन की तुलना में काफी कम टॉप-अप लोन से मिले पैसों के इस्तेमाल पर कोई पाबंदी नहीं इस लोन के लिए कोई अतिरिक्त चीज गिरवी रखने की जरूरत नहीं लोन की प्रक्रिया काफी तेज और लोन भुगतान की अवधि काफी लंबी
चार्टर्ड अकाउंटेंट अंकिता बेनानी का कहना है की होम लोन के ऊपर टॉप-अप (top-up) लोन लेना ही बहेतर विकल्प है. क्योंकी पर्सनल लोन पर 18 फिसदी तक ब्याज चुकाना पड सकता है जबकी टॉप-अप (top-up) लोन का इंटरेस्ट रेट इससे आधे से भी कम होता है. अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ले सकते हैं टॅाप अप होम लोन, कम ब्याज दर पर मिलता है ज्यादा कर्ज
हममें से ज्यादातर लोगों को जब अचानक पैसे की जरूरत पड़ती है तो पर्सनल लोन सबसे आसान रास्ता दिखता है. इसकी वजह बैंकों द्वारा कम समय में लोन देना है, लेकिन आपको पर्सनल लोन पर काफी ऊंचा ब्याज चुकाना पड़ता है. लेकिन, आप बैंक से ही पर्सनल लोन के मुकाबले कम ब्याज दर पर कर्ज ले सकते हैं. टॉप-अप (top-up) होम लोन आपको कम ब्याज दर पर पैसे उपलब्ध कराता है.
टॉप-अप लेने से पहले कुछ शर्तों को पूरा करना जरूरी
अगर आप होम लोन पर टॉप-अप (top-up) लेने का सोच रहे हैं तो यह बेहद जरूरी है कि आपने पिछले 12 मासिक किस्त (EMI) का समय पर भुगतान किया है. बैंक द्वारा टॉप लोन की राशि चुकाई गई EMI पर निर्भर करती है. ऐसे समझें 12 महीने किस्त के बाद बैंक आपको होम लोन का 10% रकम टॉप-अप में दे सकते हैं. वहीं, 24 EMI के बाद 20 % राशि टॉप-अप लोन में दे सकते हैं.
इन बातों का रखें खास ध्यान
जिस तरह आप अपने मोबाइल फोन में टॉप अप रीचार्ज करते हैं और आपके फोन में बैलेंस आ जाता है, उसी तरह आप होम लोन को टॉप-अप कर सकते हैं. होम लोन का टॉप-अप (top-up) लोन भी 30 साल की अवधि के लिए लिया जा सकता है.
होम लोन लेने के कुछ समय बाद आप यह लोन ले सकते हैं. आम तौर पर बैंक होम लोन के रीपेमेंट का पैटर्न देखकर आपको टॉप-अप (top-up) लोन देते हैं. यह वास्तव में एक पर्सनल लोन की तरह है. ब्याज दर की गणना उधार लेने वाले व्यक्ति के क्रेडिट हिस्ट्री पर निर्भर करता है.
इस लोन का इस्तेमाल किसी भी उद्देश्य के लिए जैसे घर की मरम्मत, बच्चों की पढ़ाई, बेटी की शादी या फिर अतिरिक्त प्रॉपर्टी की खरीदारी के लिए भी किया जा सकता है. लोन के भुगतान के साथ-साथ टॉप-अप (top-up) लोन की मासिक किस्तों का भुगतान भी करना होता है.
होम लोन पर टॉप-अप (top-up) लेने का प्रॉसेस बिल्कुल होम लोन लेना जैसा है. आपको प्रॉपर्टी के दस्तावेज, पता, पहचान पत्र और आय का प्रमाण जमा करना होगा. टॉप-अप (top-up) लोन के तहत लोन की अधिकतम सीमा भी तय है. उदाहरण के लिए, एक्सिस बैंक में टॉप-लोन की अधिकतम सीमा 50 लाख रुपये और इंडियन बैंक में 60 लाख रुपये हैं.
टॉप-अप लोन के फायदे
टॉप-अप (top-up) लोन की ब्याज दर पर्सनल लोन की तुलना में काफी कम टॉप-अप लोन से मिले पैसों के इस्तेमाल पर कोई पाबंदी नहीं इस लोन के लिए कोई अतिरिक्त चीज गिरवी रखने की जरूरत नहीं लोन की प्रक्रिया काफी तेज और लोन भुगतान की अवधि काफी लंबी
चार्टर्ड अकाउंटेंट अंकिता बेनानी का कहना है कि होम लोन के ऊपर टॉप-अप (top-up) लोन लेना ही बहेतर विकल्प है. क्योंकि पर्सनल लोन पर 18% तक ब्याज चुकाना पड़ सकता है जबकि टॉप-अप लोन का इंटरेस्ट रेट इससे आधे से भी कम होता है. इतना ही नहीं आप अपनी EMI में एक छोटे से समायोजन के साथ एक उच्च राशि का लाभ उठा सकते हैं.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।