Online Personal Loan: पिछले कुछ वर्षों में, देश में ऑनलाइन लेनदेन बढ़ रहा है. ऑनलाइन माध्यम से 2017 से 2020 के बीच 3 वर्षों की अवधि के भीतर 25,000 रुपये तक के पर्सनल लोन (Online Personal Loan) में 23 गुना वृद्धि देखी गई है.
Google और TransUnion CIBIL के एक संयुक्त अध्ययन से यह जानकारी सामने आई है.
ट्रांसयूनियन सिबिल और गूगल द्वारा 10 जून को जारी “क्रेडिट डिस्ट्रिब्यूटेड” शीर्षक से एक संयुक्त रिपोर्ट इंटरनेट पर क्रेडिट प्रोडक्टस को खरीदने के लिए उपभोक्ताओं में बढ़ता हुआ ट्रेंड दिखाती है.
रिपोर्ट छोटे टिकट लोन के बारे में बताती है, यानी 25,000 रुपये से कम के लोन. इसमें सबसे ज्यादा ‘लोन पर फोन’, ‘ईएमआई पर लैपटॉप’ और ‘महिला लोन’ शामिल हैं. अध्ययन से पता चलता है कि सभी पर्सनल लोन के बीच इन लोन वितरणों का हिस्सा 2017 में 10% से बढ़कर 2020 में 60% हो गया है.
इन लोन्स के वितरण की गति और सुविधा के साथ, डिजिटल-फर्स्ट सेलर्स की इस श्रेणी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. उनके द्वारा वितरित किए गए सभी पर्सनल लोन का 97% हिस्सा 25,000 रुपये से कम है.
दिलचस्प बात यह है कि
छोटे लोन वाले ग्राहक लोन अदा करने में अधिक ईमानदारी दिखाते हैं. 2017 की तुलना में कैलेंडर वर्ष 2020 में ऐसे ग्राहकों की संख्या 42 गुना बढ़ी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कैलेंडर वर्ष 2019 के मुकाबले 2020 में भारत का क्रेडिट बाजार 18% की गति से बढ़ा. कुल लोन बाजार दिसंबर 2011 तक लगभग 61,300 करोड़ डॉलर का था. गूगल सर्च में ‘कार लोन’ ट्रेंड पर हावी है और इससे संबंधित सभी लोन सर्च का 55% हिस्सा है.
जुलाई 2020 से शुरू होने वाले छमाही में ‘होम लोन’ 22% शेयर के साथ दूसरे स्थान पर और ‘फोन लोन’ 10% शेयर के साथ तीसरे स्थान पर आता है.
पर्सनल लोन इसी अवधि में केवल 8% सर्च शेयर के साथ चौथे स्थान पर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि व्यक्तिगत ऋण की ऑनलाइन खरीदारी 2017 की तुलना में 2020 में 1.7 गुना बढ़ी है. गैर-मेट्रो वाले क्षेत्रों में क्रेडिट की मांग बढ़ रही है.
अध्ययन से यह भी पता चलता है कि 76 फीसदी कर्जदारों को ऑनलाइन कर्ज लेने में कम से कम 14 दिन लगते हैं. कम से कम 49% कर्ज लेने वाले 30 वर्ष से कम उम्र के हैं. उनमें से 71% नॉन टीयर-I शहरों से हैं. ऑनलाइन लोन लेने के मामले में कुल ग्राहकों में से महिलाओं की हिस्सेदारी लगभग 24% है.
ट्रांसयूनियन सिबिल के एमडी और सीईओ राजेश कुमार ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में कंज्यूमर लोन की मांग में बदलाव आया है, महामारी के बाद की परिस्थितियों ने इस बदलाव को और तेज कर दिया है.
एंड-टू-एंड तकनीक-सक्षमता गूगल इंडिया के निदेशक भास्कर रमेश ने कहा, “अधिक से अधिक उपभोक्ताओं के अब ऑनलाइन माध्यम आने के साथ क्रेडिट की मांग भी फैल गई है.