कारोबार में पूंजी की जरूरत है? यहां मिलेगा बिना झंझट के 45 लाख रुपये तक का वर्किंग कैपिटल लोन

कई वजहों से आपके वर्किंग कैपिटल में कमी आ जाती है. ऐसे में बजाज फिनसर्व आसान शर्तों पर आपको 45 लाख रुपये तक का वर्किंग कैपिटल लोन दे रहा है.

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टर्म लोन का इस्तेमाल आमतौर पर कैपिटल एक्सपेंडिचर को फाइनेंस करने के लिए किया जाता है. लैंडर तय रकम का एकमुश्त भुगतान करता है

टर्म लोन का इस्तेमाल आमतौर पर कैपिटल एक्सपेंडिचर को फाइनेंस करने के लिए किया जाता है. लैंडर तय रकम का एकमुश्त भुगतान करता है

Working Capital Loan: किसी भी कारोबार को चलाने में वर्किंग कैपिटल ईंधन का काम करता है. ऐसे में वर्किंग कैपिटल के कम हो जाने पर कारोबार को चलाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में अगर आप कारोबारी हैं और वर्किंग कैपिटल की दिक्कत से जूझ रहे हैं तो आपके लिए इसे हासिल करने का एक आसान जरिया है.

बजाज फिनसर्व वर्किंग कैपिटल लोन के जरिए आप अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरत को पूरा कर सकते हैं. इसमें 45 लाख रुपये तक का वर्किंग कैपिटल लोन आसान शर्तों और एप्रूवल प्रक्रिया के मिल जाता है.

खासतौर पर कोविड के दौर में कई कारोबारियों को वर्किंग कैपिटल की दिक्कत से जूझन पड़ रहा है. ऐसे में ये लोन आपके लिए काम का साबित हो सकता है.

कई वजहों से वर्किंग कैपिटल में कमी आ जाती है. इनमें बिना चुकाई गई इनवॉयस, साइक्लिकल सेल्स, खराब रेवेन्यू का दौर और दूसरे मैक्रो फैक्टर होते हैं.

क्या हैं खासियत

इसमें आपके खर्च करने को लेकर कोई पाबंदी नहीं होती है.

आप कच्चा माल खरीदने, इनवेंटरी खड़ी करने, सैलरी और ऑफिस किराया देने, बल्क ऑर्डर पूरे करने, कैश फ्लो को मैनेज करने, सप्लायरों को एडवांस देने जैसे तमाम कामों के लिए इस पैसे का इस्तेमाल कर सकते हैं.

गिरवी नहीं रखने होंगे एसेट्स

इसकी एक बड़ी खासियत ये है कि आपको कोई भी संपत्ति को सिक्योरिटी के तौर पर नहीं देना होता है. बजाज फिनसर्व से आपको कोई निजी या कारोबारी संपत्ति गिरवी नहीं रखनी पड़ती है.

इसके अलावा इसमें एसेट वैल्यूएशन भी नहीं होती है और इससे वक्त बचता है. इसके अलावा, वर्किंग कैपिटल लोन के लिए आपको किसी गारंटर की भी जरूरत नहीं पड़ती है.

क्राइटेरिया

इसमें आपका अच्छा फाइनेंशियल प्रोफाइल होना चाहिए. यानी आपका सिबिल स्कोर 750 या उससे ज्यादा होना चाहिए.

साथ ही आपका कारोबार कम से कम 3 साल से चल रहा हो.

आपको बिजनेस ओनरशिप प्रूफ के साथ ही KYC भी कराना होगा. इसके अलावा, आपको आईटी रिटर्न, प्रॉफिट और लॉस स्टेटमेंट और बैलेंस शीट भी दिखानी होगी.

Published - May 4, 2021, 04:54 IST