बता दें कि ई-श्रमिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद एक कार्ड दिया जाएगा. जिस पर एक UN नंबर दिया होगा, जो कि काफी महत्वपूर्ण हैं. इस नंबर पर मजदूर के परिवार के सदस्य आदि की जानकारी होंगी
KCC: किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के तहत लोन लेने वाले किसानों के लिए यह खबर काम की साबित हो सकती है. अगर आप तीस जून तक लोन अदा कर देते हैं, तो ब्याज दर सात की बजाय चार फीसदी ही लगेगी. अगर चूके तो नुकसान उठाना पड़ सकता है.
ऐसे एक और सरकारी योजना का फायदा ले सकते हैं
अगर आप पीएम किसान निधि योजना के सदस्य हैं, तो आप एक और सरकारी योजना का फायदा ले सकते हैं. आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनाया जा रहा है.
इस कार्ड पर कम ब्याज दर पर लोन मिलता है. सरकार ने बीते साल इस योजना में हर किसान को शामिल करने का निर्देश दिया था.
दो बार बढ़ चुकी तारीख
कोरोना से पनपे हालातों को देखते हुए केंद्र सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन की रकम को जमा करने की तारीख दो बार बढ़ाई थी. इसे तय तारीख 31 मार्च 2020 से बढ़ाकर 31 मई 2020 कर दिया था.
फिर 31 अगस्त 2020 कर दिया गया. इस साल 2021 में भी सरकार ने 3 महीने की मोहलत दी है. 30 जून तक लोन की रकम सबको जमा करनी होगी.
सरकार 2 फीसदी सब्सिडी देती है
किसानों को केसीसी से 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. ब्याज दर 9 फीसदी है, लेकिन KCC पर सरकार 2 फीसदी सब्सिडी देती है. इससे KCC पर किसान को 7 फीसदी ब्याज पर लोन मिलता है.
किसान अगर समय से पहले Loan चुका देते हैं तो उन्हें ब्याज पर 3 फीसदी तक छूट मिलती है यानि कुल ब्याज 4 फीसदी रहता है.
वहीं, अगर किसी ने किसान क्रेडिट कार्ड पर खेती के लिए पहले लोन ले रखा है, तो इसे जून में ही चुकाना होगा. बकाया पैसा जमा करने से तीन प्रतिशत ज्यादा ब्याज का पेमेंट नहीं करना होगा.
तय तारीख से पहले केसीसी का पैसा ब्याज समेत बैंक को वापस करना होता है. नहीं तो, बैंक चार फीसद के स्थान पर 7 फीसदी ब्याज लगाता है.