Home Loan: सालों से होम लोन चल रहा है लेकिन अब आप इसे जल्द से जल्द चुकाना चाहते हैं तो आपके पास फोर-क्लोजर या प्री-पेमेंट का विकल्प रहता है. ज्यादातर बैंक और NBFCs प्री-पेमेंट की सुविधा देती हैं. लेकिन होम लोन लंबे समय का कर्ज है और इसपर बैंकों और वित्तीय मदद देने वाली कंपनियां की काफी अच्छी आय होती है इसलिए प्री-पेमेंट पर कई कंपनियां कुछ चार्ज भी लगाती हैं. लेकिन, ये चार्ज सभी को नहीं देना होता.
मान लीजिए आप 30 लाख रुपये का होम लोन ले रहे हैं जिसपर आप 7 फीसदी का ब्याज दर चुकाते हैं. इस लोन को चुकाने के लिए आपने 20 साल की अवधि तय की है. इस हिसाब से आप हर महीने 23,259 रुपये की EMI हर महीने चुकाएंगे. इस लिहाज से, आप उस घर के लिए कुल 55,82,153 रुपये चुका रहे होंगे – 30 लाख रुपये मूल रकम और उसपर 25,82,153 का ब्याज.
अगर आपकी आय में पिछले कुछ सालों में बढ़त हुई है, बचत ज्यादा हो रही है तो आप लोन का कुछ हिस्सा पहले चुका सकते हैं. इससे आपके कर्ज की मूल रकम घटेगी जिसके साथ ही उसपर ब्याज की देनदारी भी घटेगी. ब्याज के तौर पर जाने वाली रकम घटने से आपपर कुल बोझ कम पड़ेगा.
कई बैंक 2 फीसदी के आस-पास प्री-पेमेंट चार्ज लगाते हैं, लेकिन ये चार्ज सभी को नहीं देना होता. फ्लोटिंग रेट पर कर्ज लेने वालों को ये चार्ज नहीं देना पड़ता. लेकिन, अब तक फिक्स्ड रेट पर होम लोन है तो इसपर चार्ज लग सकता है.
होम लोन लेने वाले कई तरीकों से प्रीपेमेंट कर सकते हैं. अगर आपकी आय में बढ़त आई है तो आप अपनी EMI बढ़ा सकते हैं जिससे त अवधि से पहले आप कर्ज चुका पाएंगे. वहीं, आप चाहें तो हर साल एक तय रकम प्री-पेमेंट के तौर पर जमा करा सकते हैं. अगर आप सालभर बचत करते हैं या कोई बोनस मिलता है और उसका इस्तेमाल होम लोन जल्दी चुकाने के लिए करना चाहते हैं तो ये तरीका अपना सकते हैं.
हर साल तय रकम जमा कराने से आपपर ब्याज का बोझ घटेगा.
वहीं, आप चाहें तो छोटी प्रीपेमेंट वैल्यू से शुरू करें और धीरे-धीरे हर साल ये रकम बढ़ाते रहें. इससे भी आपपर कर्ज का बोझ घटता जाएगा.