48 साल के कीर्तन पटेल की लाइफ पिछले जून तक अच्छे से कट रही थी. होम-लोन के अलावा और कोई ऋण नहीं था. बेटे को कनाडा के कॉलेज में दाखिला मिल चुका था और फीस की भुगतान करने के लिए उन्होंने जितनी भी सेविंग्स थी वो निकाल के रखी थी. लेकिन, जून में नौकरी चली गई और मुश्किलें शुरू हो गईं.
परिवार में तीन सदस्यों को कोरोना हुआ और दो लाख रुपये का बोझ झेलना पड़ा. बेटे की फ्लाइट रद्द हो गई. तीन महीने पहले ही पटेल को 40% कम सैलरी में दूसरी नौकरी मिली है.
कनाडा की टिकट का रेट भी पिछले साल की तुलना में दोगुना हो चुका है. ऐसे हालात में उनके काम आया टॉप-अप लोन. पटेल की क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी होने के कारण उनको निजी बैंक से होम लोन पर टॉप-अप मिल गया. अब पटेल जून में कुछ पैसों के साथ बेटे को कनाडा भेज सकेंगे.
पटेल जैसे कई लोग हैं जिनको जीवन में शायद पहली बार आर्थिक तंगी का सामना करने की नौबत आई है. सेविंग्स खत्म होने की वजह से ऐसे लोग अब पैसों का जुगाड़ करने के लिए टॉप-अप लोन का सहारा ले रहे हैं क्योंकि पर्सनल लोन की तुलना में टॉप-अप लोन 50% कम रेट ऑफ इंटरेस्ट पर मिलता है.
होम लोन के रेट से 1% ज्यादा रेट पर होम लोन टॉप-अप मिलता है. कुछ बैंक तो बिना प्रोसेसिंग फीस भी होम लोन टॉप-अप की ऑफर कर रहे हैं.
7 बैंकों के डायरेक्ट सेल्स एजेंट (DSA) लाइसेंस होल्डर स्वप्निल शाह कहते हैं कि पिछले कुछ महीनों से होम लोन टॉप-अप की इन्क्वायरी बढ़ी है. पर्सनल लोन की तुलना में कम रेट होने के कारण कस्टमर टॉप-अप की डिमांड कर रहे हैं. अच्छे क्रेडिट स्कोर वालों को फटाफाट टॉप-अप मिल जाता है.
प्रमुख बैंकों के होम लोन टॉप-अप का रेट ऑफ इंटरेस्टः
बैंक सालाना इंटरेस्ट रेट
HDFC 8.30% से 9.15%
SBI बैंक 7.90% से 10.10%
ICICI बैंक 6.90% से 8.05%
Axis बैंक 7.75% से 8.40%
Union बैंक 6.80% से 7.35%
BoB 7.45% से 8.80%
टॉप-अप लोन क्या है?
यदि आपने 50 लाख रुपये का होम लोन लिया है तो बैंक उसका 25% तक यानी कि 12.5 लाख रुपये तक का टॉप-अप दे सकते हैं. इसके लिए आपको होम लोन के रेट से 1% तक ज्यादा रेट ऑफ इंटरेस्ट देना पड़ेगा. आप ये टॉप-अप घर के कुछ काम के लिए ले सकते हैं. हालांकि, कुछ बैंक ऐसी शर्त के बिना भी टॉप-अप देती हैं.
टोप-अप लोन के क्या हैं फायदे
– रेट ऑफ इंटरेस्ट पर्सनल लोन की तुलना में 50% तक कम होता है.
– सिर्फ घर के लिए टॉप-अप लेने पर टैक्स बेनिफिट मिलता है.
– होम लोन की तरह पार्ट-पेमेंट भी कर सकते है.
– घर के रेनोवेशन, एक्सटेंशन, कंस्ट्रक्शन जैसी जरूरत के लिए टॉप-अप लोन मिलता है.
– टॉप-अप लोन का इस्तेमाल पर्सनल या बिजनेस के लिए भी कर सकते हैं.
– टॉप-अप लोन के लिए ज्यादा लंबा वेट नहीं करना पड़ता क्योंकि पहले से ही आप बैंक के साथ जुडे़ होते हैं.
होम लोन टोप-अप के टैक्स बेनिफिट
– सिर्फ रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के कंस्ट्रक्शन, रेनोवेशन, एक्सटेंशन या रिपेयर को लिए गए होम लोन टॉप-अप के कई टैक्स बेनेफिट हैं.
यदि टॉप-अप लोन का उपयोग सेल्फ-ऑक्युपाइड घर के लिए किया है तो अधिकतम 30,000 रुपये तक का टैक्स डिडक्शन मिलेगा और लेट-आउट प्रॉपर्टी के लिए किया होगा तो सालाना अधिकतम 2 लाख रुपये तक का टैक्स डिडक्शन ले सकते हैं. ये बेनेफिट होम लोन के इंटरेस्ट कंपोनेंट पर उपलब्ध है.
– यदि आपने नई प्रॉपर्टी खरीदने या नया कंस्ट्रक्शन करने के लिए टॉप-अप लोन लिया है तो मूलधन और ब्याज कंपोनेंट पर टैक्स डिडक्शन मिलता है, जिसकी सीमा सेक्शन 80C और 24(b) के तहत बताई गई है.
होम लोन टॉप-अप किसे मिलता है?
होम लोन लेने के लिए जितने नियम जरूरी हैं वो सारे नियम टॉप-अप लोन के लिए लागू होते हैं. हर बैंक का नियम अलग होता है. 700 से ऊपर क्रेडिट स्कोर वालों को आसानी से टॉप-अप मिलता है.
यदि पिछले साल आपका एक से ज्यादा EMI बाउंस हुई है तो टॉप-अप मिलना मुश्किल है.
एक EMI बाउंस हुई हो और उसका भुगतान अगले EMI की ड्यू डेट से पहले कर दिया हो तो टॉप-अप मिलने की संभावना है.
आपकी होम लोन का 6 महीने का रीपेमेंट क्लीयर होना जरूरी है. यदि आप दूसरी बैंक से टॉप-अप लेना चाहते हैं तो एक साल की पेमेंट हिस्ट्री क्लीयर होनी जरूरी है.
टॉप अप लोन के लिए क्या करें?
जिस बैंक से आपने होम लोन लिया है उसकी ब्रांच से संपर्क करें. बैंक की वेबसाइट से या एप्लीकेशन से भी ऑनलाइन एप्लाई कर सकते हैं.