आपको कर्ज लेना है तो कई तरह के लोन मिल जाएंगे. इनमें पर्सनल लोन, बिजनेस लोन, कार लोन, होम लोन, वेडिंग लोन, मेडिकल लोन वगैरह आते हैं. लेकिन, इनमें सबसे ज्यादा फायदा कराने वाला केवल एक प्रोडक्ट है और वो है होम लोन. आप आवासीय संपत्ति खरीदने, निर्माण करने, मरम्मत और उसका विस्तार करने के लिए होम लोन ले सकते हैं.
होम लोन लेने के कई फायदे हैं. मसलन, बैलेंस ट्रांसफर, टॉप-अप, टैक्स में राहत, 2.67 लाख रुपये तक की सब्सिडी इनमें आमतौर पर काफी लोकप्रिय हैं.
लेकिन, इसके दूसरे भी कई फायदे हैं जिनके बारे में हम बात करेंगे. अलग-अलग बैंक या अन्य लोन संस्थानों के होम लोन की विशेषताएं और लाभ अलग-अलग होते हैं.
बचत बरकरार रहती है
घर खरीदने के लिए बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत पड़ती है और इसके लिए आप होम लोन का विकल्प पसंद करते हैं तो आपको बचत और निवेश को तोड़ना नहीं पड़ेगा.
90% तक लोन मिलता है
बैंक या लोन संस्थान आमतौर पर लोन राशि के रूप में संपत्ति के मूल्य का 75% से 90% तक का अमाउंट मंजूर करते हैं. यानी आपको 50 लाख रुपये का घर खरीदना है तो बैंक से आपको 45 लाख रुपये तक का होम लोन मिल जाता है.
कम इंटरेस्ट रेट
होम लोन 6.75% से 9% के रेट पर उपलब्ध है, वहीं पर्सनल लोन या दूसरे लोन का रेट 10-12% से शुरू होता है.
लंबी अवधि
होम लोन की अवधि आमतौर पर 30 साल तक होती है, जिसके कारण आपकी किस्त की राशि कम हो जाती है और रिपेमेंट के लिए अच्छा-खासा समय मिल जाता है.
2.67 लाख सब्सिडी
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) से संबंधित क्रेडिट सब्सिडी स्कीम के अंतर्गत पहली बार घर लेने वाले व्यक्ति को होम लोन ब्याज पर 2.67 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है.
ट्रांसफर फैसिलिटी
अगर आपको दूसरे बैंक कम ब्याज ऑफर करते हैं तो आप मौजूदा होम लोन को उस बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं. मान लीजिए, आपने कम क्रेडिट स्कोर होने की वजह से 12% रेट पर होम लोन लिया था, लेकिन अब आपको दूसरे बैंक 9% रेट का ऑफर कर रहे हैं तो आप मौजूदा होम लोन को इस बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं.
टॉप-अप
टॉप-अप लोन की सुविधा में आप अपने मौजूदा होम लोन के ऊपर अतिरिक्त राशि उधार ले सकते हैं जिन्हें आप किसी भी निजी या व्यावसायिक आवश्यकताओं के लिए उपयोग कर सकते हैं.
टैक्स बेनिफिट
इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C, 24B और 80EEA के तहत अपने होम लोन के मूल और ब्याज का भुगतान करने पर आपको इनकम टैक्स रिटर्न में छूट मिलती है.
प्रीपेमेंट पर पेनल्टी नहीं
आप होम-लोन की प्रीपेमेंट करना चाहें तो बिना पेनाल्टी के कर सकते हैं. आप हर साल कुछ अतिरिक्त अमाउंट चुका कर अपने मूलधन को कम कर सकते हैं और समय से पहले होम लोन चुका सकते हैं.
कई विकल्प
यदि आपको बैंक से होम लोन मिलना मुश्किल है तो हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों का संपर्क कर सकते है. इसले अलावा नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) भी होम लोन देती है.
किराये से छुटकारा
आप हर महिने अच्छा खासा किराया चुका रहे है तो बेहतर है इतना पैसा होम लोन कीEMI में चुकाए और अपने नाम पर एक घर खरीद ले.
रियल एस्टेट में निवेश
आप होम लोन से घर खरीदते हैं तो भविष्य में उसे बेचकर अच्छा रिटर्न कमा सकते है, क्योंकि प्रॉपर्टी के भाव में हमेशा बढ़ोतरी होती है. आज जो घर लाखों में मिल रहा है, वो कल करोड़ों में बिक सकता है.