कोविड-19 की वजह से आम लोगों की कमाई पर जैसा असर पड़ा है वैसी मिसाल अभी तक देखने को नहीं मिली है. लाखों लोगों की नौकरियां चली गई हैं और सैलरी में कटौती हुई है. इसके साथ ही लोगों को इलाज का भारी-भरकम खर्च भी उठाना पड़ रहा है.
इस संकट से लोगों को उबारने के लिए रिजर्व बैंक (RBI) ने 50,000 करोड़ रुपये का लिक्विडिटी पूल बनाया है. इसके बाद कुछ बैंकों ने इलाज के लिए 5 लाख रुपये तक का कर्ज देना शुरू किया है.
इन बैंकों में SBI, पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ इंडिया (BoI) और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) शामिल हैं.
योग्यता
कोविड-19 पर्सनल लोन हासिल करने के लिए हर बैंक का अलग क्राइटेरिया है. मिसाल के तौर पर, SBI का कोविड-19 पर्सनल लोन सैलरीड और नॉन-सैलरीड कस्टमर्स के साथ ही पेंशनर्स और उनके परिवारीजनों के लिए भी है. ये ऐसे लोगों को मिल रहा है जो कि 1 अप्रैल 2021 के बाद कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं.
दूसरी ओर, बैंक ऑफ इंडिया (BoI) अपने कोविड-19 पर्सनल लोन को ऐसे कस्टमर्स को मुहैया करा रहा है जिनका सैलरी अकाउंट बैंक में है. साथ ही मौजूदा हाउसिंग लोन कस्टमर्स और सभी मौजूदा स्टैंडर्ड पर्सनल लोन कस्टमर्स भी इसके लिए योग्य हैं.
रेगुलर पेंशनर्स और फैमिली पेंशनर्स भी BoI से इस लोन के लिए योग्य हैं.
इंटरेस्ट रेट
कोविड-19 पर्सनल लोन पर ब्याज दर रेगुलर पर्सनल लोन के मुकाबले कम है. इस पर इंटरेस्ट रेट 6.85 फीसदी और 8.5 फीसदी है.
दूसरी ओर, सबसे सस्ता रेगुलर पर्सनल लोन 8.9 फीसदी के ब्याज दर पर उपलब्ध है. कुछ बैंकों में ये 10 फीसदी पर उपलब्ध है.
बैंक ऑफ इंडिया (BoI) 6.85% की ब्याज दर पर कोविड-19 पर्सनल लोन दे रहा है. दूसरी ओर, SBI कवच पर्सनल लोन और PNB सहयोग PIN कोविड-19 लोन पर ब्याज दर 8.50% है.
लोन अमाउंट
कोविड-19 पर्सनल लोन का अमाउंट हर बैंक के हिसाब से अलग-अलग है. आप 25,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन SBI, BoI या UBI से ले सकते हैं. दूसरी ओर, PNB में कोविड-19 आधारित पर्सनल लोन की अधिकतम सीमा 3 लाख रुपये है.
शुल्क
कोविड-19 लोन पर प्रोसेसिंग फीस, मार्जिन जरूरत और अन्य चार्ज या तो शून्य हैं या फिर काफी कम हैं. SBI, BoI, PNB और UBI में जीरो प्रोसेसिंग फीस और शून्य मार्जिन जरूरत हैं. साथ ही बैंक ऑफ बड़ौदा कम प्रोसेसिंग फीस लेता है.