लोन प्रीपेमेंट के क्या हैं फायदे और कितना है चार्ज?

पर्सनल लोन के प्री-पेमेंट पर बैंक कितना चार्ज वसूलते हैं. लोन को समय से पहले खत्म करने के क्या फायदे हैं, ये जानते हैं.

लोन प्रीपेमेंट के क्या हैं फायदे और कितना है चार्ज?

पैसों की अर्जेंट जरूरत पड़ने पर अक्सर लोग पर्सनल लोन लेते हैं. पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड लोन है. इसमें कोई एसेट कोलैटरल यानी गिरवी रखने की जरूरत नहीं पड़ती है. लोन आसानी से मिल जाता है. पेपरवर्क भी कम है, पर ब्याज दर ज्यादा होने की वजह से पर्सनल लोन महंगा पड़ता है. ऐसे में लोन को समय से पहले यानी लोन का प्री-पेमेंट सही ऑप्शन हो सकता है. पर्सनल लोन के प्री-पेमेंट पर बैंक कितना चार्ज वसूलते हैं. लोन को समय से पहले खत्म करने के क्या फायदे हैं, ये जानते हैं.

पर्सनल लोन के प्री-पेमेंट का मतलब है लोन एग्रीमेंट में मेंशन समय से पहले लोन का पूरा बकाया या बकाए के एक हिस्से का भुगतान करना है. जब आप लोन को समय से पहले भरते हैं तो बैंक आउटस्टैंडिग अमाउंट यानी लोन की जो रकम बची है उसपर चार्ज वसूलते हैं. इसे फोरक्लोजर चार्ज कहते हैं. जिस तरह लोन लेने के लिए प्रोसेसिंग फीस देनी होती है. उसी तरह लोन खत्म करने पर फोरक्लोजर चार्ज देना होता है.

प्री-पेमेंट पर लगने वाला चार्ज लोन की शर्तों और लेंडर्स यानी बैंकों के आधार पर अलग-अलग होता है. ज्यादातर बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां लोन के प्री-पेमेंट पर लॉक-इन पीरियड रखते हैं. इस पीरियड के बाद लोन को पूरा या आंशिक रूप से भरने पर आउटस्टैंडिंग अमाउंट का 2 से 5 फीसदी तक प्री-पेमेंट पेनाल्टी या फोरक्लोजर चार्ज लगता है.

ICICI बैंक की वेबसाइट के अनुसार ऐसे ग्राहक जिन्होंने 12 महीने या उससे ज्यादा की EMI भरी है. उनके लोन अदा करने पर कोई फोरक्लोजर चार्ज नहीं लगेगा. 12 महीने से कम EMI भरकर लोन बंद करने पर सैलरीड कस्टमर्स को 3 फीसदी चार्ज देना होता है.

वहीं HDFC बैंक 24 महीने या उससे कम की EMI चुकाने के बाद लोन रिपेमेंट करने पर 4 फीसदी का चार्ज लेता है… इसी तरह, 24 महीने से ज्यादा और 36 महीने तक EMI भरने पर बकाया राशि का 3 फीसदी जबकि 36 महीने से ज्यादा EMI भरने के बाद लोन बंद करने पर बची रकम का 2 फीसदी फोरक्लोजर चार्ज है. दोनों बैंक में आप पहली EMI चुकाने के बाद लोन का प्री-पेमेंट कर सकते हैं. फोरक्लोजर चार्ज के ऊपर 18 फीसदी GST भी है.

पर्सनल लोन जल्दी अदा करने से ब्याज के तौर पर खर्च होने वाला पैसा कम हो जाता है. जितनी जल्दी आप लोन खत्म करते हैं उतना ही कम ब्याज देना पड़ेगा. बैंकबाजार डॉट कॉम के मुताबिक अलग-अलग बैंकों के पर्सनल लोन की ब्याज दर 9.99 फीसदी से 44 फीसदी के बीच है. ऐसे में इसे जल्दी चुका देने में ही भलाई है. पर्सनल लोन का प्री-पेमेंट कितना ब्याज बचा सकता है, इसे उदाहरण से समझते हैं.

Suppose आपने 2 लाख रुपए का पर्सनल लोन 5 साल के लिए 15 फीसदी सालाना के ब्याज दर पर लिया तो आपकी EMI 4,758 रुपए बनती है. पूरे 5 साल में कुल 2,85,479 रुपए भरने होंगे. इसमें 85 हजार 479 रुपए ब्याज की रकम होगी.

मान लीजिए आपने एक साल लोन चुकाया. पर्सनल लोन कैलकुलेटर के मुताबिक, एक साल तक लोन भरने के बाद आउटस्टैंडिंग अमाउंट 1 लाख 70 हजार 961 रुपए बचेगा. अब अगर आप इस लोन को पूरा चुका देते हैं तो करीब साढ़े 57 हजार रुपए का ब्याज बचा लेंगे. For Example, आपका लोन ICICI बैंक से है तो फोरक्लोजर चार्ज नहीं देना पड़ेगा क्योंकि 12 EMI जा चुकी है.

लोन समय से पहले चुकाने पर आपका मंथली बजट सुधरता है क्योंकि लोन चुकाने में जाने वाला पैसा यानी EMI बच जाती है… इन पैसों का इस्तेमाल आप डाउनपेमेंट के लिए सेविंग, वेल्थ क्रिएशन या रिटायरमेंट प्लानिंग जैसे अन्य फाइनेंशियल गोल्स के लिए कर सकते हैं.

पर्सनल लोन के प्री-पेमेंट का क्रेडिट स्कोर पर तुरंत कोई असर नहीं पड़ता है लेकिन लंबे समय में इसका क्रेडिट स्कोर पर पॉजिटिव असर हो सकता है. क्योंकि आपने समय से पहले पूरा लोन भर दिया है. ऐसे में भविष्य में कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है.

पर्सनल लोन के फुल प्री-पेमेंट के लिए एक बार में मोटी रकम चुकानी पड़ती है. इससे वित्तीय हालत गड़बड़ा सकती है. ऐसे में पार्ट-पेमेंट यानी लोन का कुछ हिस्सा भर सकते हैं. जैसे-जैसे लोन का आउटस्टैंडिंग अमाउंट कम होता जाएगा EMI या टेन्योर घटता जाएगा. इससे भी ब्याज का बोझ कम करने में काफी मदद मिलेगी. एक बात ध्यान में रखें कि पर्सनल लोन से पहले उसकी शर्तें जरूर पढ़ें ताकि बाद में कोई दिक्कत न आए.

Published - March 24, 2024, 02:13 IST