घर में पड़ा हो सोना, फिर काहे को रोना. तत्काल पैसों की जरूरत पड़ने पर यह लाइन सटीक बैठती है. गोल्ड लोन सिक्योर्ड लोन है. आप सोने को बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) के पास गिरवी रखकर कर्ज ले सकते हैं. सिक्योर्ड लोन होने की वजह से बैंक आसानी से कर्ज दे देते हैं. पिछले कुछ सालों में गोल्ड लोन की डिमांड तेजी से बढ़ी है.
तेजी से बढ़ रही मांग
सोने के बदले कर्ज देने के मामले में बैंकों ने तेजी दिखाई है. आरबीआई (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, बैंकों के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में 16.2 फीसदी का इजाफा हुआ है. गोल्ड लोन पोर्टफोलियो मार्च 2022 के अंत से 27 जनवरी 2023 के बीच 11,968 करोड़ रुपए बढ़ा है. नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के मुकाबले प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर लोन देना इसकी वजह है.
वहीं, NBFC गोल्ड लोन के मामले में बैंकों से आगे हैं. फाइनेंस इंडस्ट्री डेवलेपमेंट काउंसिल (FIDC) और क्रेडिट ब्यूरो CRIF की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में NBFCs ने 50,958 करोड़ रुपए के गोल्ड लोन मंजूर किए जो एक साल पहले इसी अवधि में स्वीकृत 41,156 करोड़ रुपए के लोन से 24 फीसदी ज्यादा है. इस दौरान, NBFCs में होम लोन और पर्सनल लोन की रफ्तार घटी है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक एडमिशन सेशन के बीच NBFC ने गोल्ड लोन में 10 से 15 फीसदी की तेजी दर्ज की है. ज्यादातर मामलों में ऐसे लोगों ने लोन अप्लाई किया है जो बच्चे के लिए कम जाने-माने कॉलेज में सीट सिक्योर करना चाहते हैं. जानकारों का मानना है कि ऐसे कॉलेज में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन मिलना थोड़ा मुश्किल होता है. शायद इसी वजह से लोग गोल्ड लोन ले रहे हैं.
क्यों बढ़ रही मांग?
गोल्ड लोन के लिए अप्लाई करना आसान है. इसमें एजुकेशन लोन या पर्सनल लोन की तरह ज्यादा कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं पड़ती. इससे समय बचता है और कुछ ही घंटे में लोन मिल जाता है. दूसरा, गोल्ड लोन की रकम के इस्तेमाल पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है. मतलब आप गोल्ड लोन का इस्तेमाल किसी भी काम में कर सकते हैं. फिर चाहे बच्चे का एडमिशन हो, कोई जरूरी खर्चा हो या मेडिकल इमरजेंसी हो.
कितना मिल सकता है लोन?
लोन की बात आते ही हमारे दिमाग में सबसे पहले पर्सनल लोन घूमता है. लेकिन पर्सनल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन सस्ता पड़ता है. पर्सनल लोन की ब्याज दरें मौजूदा समय में 10-11 फीसदी से शुरू होती हैं जबकि गोल्ड लोन की दरें 8 फीसदी से शुरू हैं. इसके अलावा, एक फीसदी तक प्रोसेसिंग फीस, वैल्युएशन चार्ज जैसी चीजें देनी पड़ती हैं. गोल्ड लोन का लोन टू वैल्यू रेशियो (LTV) 75 से 90 फीसद है. आसान शब्दों में समझें तो आपको अपने सोने की मार्केट वैल्यू का 75 से 90 फीसदी तक लोन मिल सकता है. लोन का टेन्योर 3 महीने से 4 साल तक हो सकता है.
कितना लगेगा ब्याज?
NBFC की तुलना में बैंक कम इंटरेस्ट रेट पर गोल्ड लोन देते हैं. NBFC की करीब 50 फीसदी फंडिंग बैंकों से लोन के जरिए होती है. ये कंपनियां बैंक से कर्ज लेती हैं और फिर कस्टमर को लोन देती हैं इसलिए जब वो अपना मार्जिन जोड़ती हैं तो इंटरेस्ट रेट बढ़ जाता है. हालांकि, यहां आपको बैंक से भी कम समय में लोन मिल जाता है. नजर डालते हैं विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों पर…बैंक बाजार डॉट कॉम के मुताबिक, कोटक महिंद्रा 8 से 17 फीसदी, SBI 8.65 से 9.75 फीसदी, पीएनबी 8.10 से 9.25 फीसदी, इंडसइंड बैंक 8.75 से 17 फीसदी, केनरा बैंक 9.60 फीसदी, मुत्थूट फाइनेंस 10.5 से 22 फीसदी और मण्णापुरम फाइनेंस के गोल्ड लोन की ब्याज दरें 9.90 से 24 फीसदी सालाना हैं.
गोल्ड लोन के लिए क्रेडिट स्कोर बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता है. अगर क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो भी लोन मिल जाएगा. पर्सनल लोन के मामले में ऐसा नहीं है. खराब क्रेडिट स्कोर होने पर या तो लोन नहीं मिलेगा या काफी ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर मिलेगा.
मनी9 की सलाह
कम कागजी झंझट, आकर्षक ब्याज दरें और तुरंत लोन मिलने की वजह से तमाम लोग गोल्ड लोन ले रहे हैं. 18 साल से ऊपर के पुरुष या महिलाएं गोल्ड लोन ले सकती हैं. कई बार आपको सोने पर अपनी ओनरशिप साबित करनी पड़ सकती है. लोन लेने के बाद EMI समय से भरें. भुगतान से चूकने पर पेनाल्टी लगेगी. कर्ज नहीं चुकाने पर बैंक के पास गिरवी रखा सोना बेचने का अधिकार है. लोन के समय से पहले चुकाने या प्री-पेमेंट के लिए भी चार्ज देना पड़ सकता है.
गोल्ड लोन से जुड़ी और जानकारी के लिए देखिए का खास शो चैन की सांस