भारतीयों के लिए अभी भी संकट का साथी सोना ही है. यही वजह है कि नकदी की जरूरत पड़ने पर लोग सोने को गिरवी रख देते हैं. कोरोना काल के बाद दोबारा गोल्ड लोन में तेजी देखने को मिल रही है. त्योहारी सीजन से पहले ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लोग एवं छोटे व्यवसायी पैसा जुटाने के लिए सोना गिरवी रख रहे हैं.
नकदी संकट से उबरने के लिए लोग गोल्ड लोन लेना पसंद कर रहे हैं. पश्चिम एशिया में इजराइल-हमास संघर्ष के बाद से सोने की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. लिहाजा 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 59,100 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो एक साल पहले 50,060 रुपए से 18% ज्यादा है. इससे पहले महामारी के दौरान गोल्ड लोन में वृद्धि देखी गई थी. जब लोग अत्यधिक वित्तीय संकट का सामना कर रहे थे तब हजारों आम परिवारों ने अपना सोना निकाला और नकदी के लिए इसे गिरवी रख दिया था. आरबीआई ने भी संकट में फंसे परिवारों की मदद के लिए लोन-टू-वेल्यू (LTV) को 75% से बढ़ाकर 90% कर दिया था.
हालांकि इस बार लोगों के सामने कोविड जैसे हालात नहीं है, लेकिन इस त्योहारी सीजन लोग पैसा खर्च करना चाहते हैं. मुथूट फिनकॉर्प के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थॉमस जॉन मुथूट के अनुसार कई लोग महंगाई की वजह से उत्पन्न नकदी की समस्या दूर करने के लिए गोल्ड लोन ले रहे हैं तो देश के कुछ क्षेत्रों में अनियमित मानसून ने ग्रामीण लोगों की आय को प्रभावित किया है. जिससे कई लोगों को सोना गिरवी रखने के लिए भी मजबूर होना पड़ा है.
एनबीएफसी संस्था, इंडेल मनी के कार्यकारी निदेशक और सीईओ उमेश मोहनन का कहना है कि पिछले साल के त्योहारी सीजन के मुकाबले गोल्ड लोन की दबी हुई मांग में कम से कम 20% अधिक की उम्मीद की जा रही है. क्योंकि जब भी सोने की कीमत बढ़ती है, तो गोल्ड लोन व्यवसाय पर हमेशा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस साल 28 जुलाई को बकाया गोल्ड लोन 95,476 करोड़ रुपए था. यह आंकड़ा एक साल पहले की तुलना में 23.1% अधिक है. यह पिछले 12 महीनों में एकल-अंकीय वृद्धि में तेजी को भी दर्शाता है. इस महीने की शुरुआत में, आरबीआई ने बुलेट पुनर्भुगतान पॉलिसी के तहत गोल्ड लोन की सीमा को 2 लाख रुपए से दोगुना कर 4 लाख रुपए करने का ऐलान किया था. यह शहरी सहकारी बैंकों पर लागू है. डेटा के अनुसार भारतीयों के पास 27,000 टन से अधिक सोना (जो दुनिया के कुल सोने का 14% है) है और इसमें से लगभग 5,300 टन या लगभग 20% सोना गिरवी रखा हुआ है.