RBI on Gold Loan: आरबीआई ने बैंकों को फिनटेक स्टार्टअप के जरिए हो रहे गोल्ड लोन वितरण को लेकर अलर्ट किया है. केंद्रीय बैंक ने सोने के मूल्य निर्धारण की प्रक्रिया को लेकर सतर्कता बरतने को कहा है. खासकर ऐसे मामलों में जहां गोल्ड कंपनियों के फिल्ड एजेंट काम कर रहे हैं. देश में रुपीक, इंडिया गोल्ड और ओरो मनी जैसी कई कंपनियां हैं, जो बैंकों और एनबीएफसी के लिए गोल्ड लोन बांटती है.
आरबीआई ने क्यों किया अलर्ट?
गोल्ड लोन देने वालों के लिए केंद्रीय बैंक की ये चेतावनी आईआईएफएल फाइनेंस (IIFL Finance) के गोल्ड लोन व्यवसाय पर हालिया नियामकीय कार्रवाई के तुरंत बाद आई है. ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई के अलर्ट जारी करने के बाद बैंक, फिनटेक कंपनियों के साथ इन मुद्दों को लेकर बातचीत कर रहे हैं. इतना ही नहीं, आरबीआई की तरफ से आई गाइडलाइन का अनुपालन करने के लिए बैंक अगर जरूरत पड़ी तो अस्थायी रूप से गोल्ड लोन वितरण पर रोक भी लगा सकते हैं.
क्या कह रही हैं फिनटेक कंपनियां?
हालांकि रुपीक के सह-संस्थापक सुमित मनियार ने कहा कि उन्हें किसी भी बैंक की तरफ से ऐसा कोई मेसेज नहीं मिला है. आईआईएफएल फाइनेंस मामले के बाद आरबीआई गोल्ड लोन वितरण की बारीकी से जांच कर रहा है. हालांकि बैंकों ने फिनटेक के जरिये गोल्ड लोन को बंद नहीं किया है. इस कारोबार से जुड़ी कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या फील्ड स्टाफ की बड़ी भागीदारी और सोने के संभावित ओवरवैल्यूएशन को लेकर है.
क्या कहता है आरबीआई का नियम?
आरबीआई के नियम के अनुसार, सोने की वैल्यू का 75 फीसद तक लोन दिया जा सकता है. दरअसल, कई फिनटेक कंपनियां ग्राहक के कर्ज की मांगों को पूरा करने के लिए गोल्ड लोन के अलावा पर्सनल लोन भी देती हैं जो रिजर्व बैंक के लिए एक खतरे का संकेत हो सकता है.
गौरतलब है कि रुपीक देश में सबसे बड़ा गोल्ड लोन सोर्सिंग फिनटेक प्लेटफॉर्म है, जो फेडरल बैंक, इंडियन बैंक और साउथ इंडियन बैंक के साथ काम करता है. इंडिया गोल्ड ने शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक के साथ साझेदारी कर रखी है.
सोने में निवेश बढ़ा
दरअसल, हाल के दिनों में निवेश के मामले में सोने ने सबको पछाड़ दिया है. इसलिए पिछले साल के 60,000 रुपये से बढ़कर गोल्ड लगभग 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है. आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2024 में रिटेल गोल्ड लोन 15 फीसद बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये हो गया है.