RBI नहीं, लेकिन बैंकों ने महंगा किया कर्ज

बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र, केनरा बैंक और करूर वेश्‍य बैंक ने बढ़ाई MCLR

RBI नहीं, लेकिन बैंकों ने महंगा किया कर्ज

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अर्थव्‍यवस्‍था को गति देने के लिए प्रमुख नीतिगत रेपो दर को लगातार तीसरी बार 6.50 फीसद पर यथावत रखा है. बावजूद इसके सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के विभिन्न बैंकों ने कर्ज महंगा कर दिया है. RBI की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक के एक दिन बाद बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र और करूर वेश्‍य बैंक ने कोष की सीमान्त लागत आधारित (MCLR) दर में बढ़ोतरी की घोषणा की है.

बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) और केनरा बैंक समेत सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों ने कोष की सीमान्त लागत आधारित (MCLR) ऋण दर में 0.10 फीसदी तक की वृद्धि की है. वहीं निजी क्षेत्र के करूर वेश्‍य बैंक ने MCLR को 0.15 फीसदी बढ़ाया है. बैंकों के इस कदम से MCLR से जुड़े ऋणों की मासिक किस्त (EMI) बढ़ जाएगी.

बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक साल की MCLR को 8.65 फीसदी से बढ़ाकर 8.70 फीसदी कर दिया है. नई दरें 12 अगस्त से प्रभावी होंगी. केनरा बैंक ने भी एमसीएलआर में 0.05 फीसदी की वृद्धि की है. यह अब बढ़कर 8.70 फीसदी हो गई है. बैंक की नई दर 12 अगस्त से लागू होगी.

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने MCLR में 0.10 फीसदी की वृद्धि की है. बैंक ऑफ महाराष्‍ट्र की एक साल वाली MCLR 8.50 फीसद से बढ़कर 8.60 फीसद हो गई है. संशोधित दरें 10 अगस्त से प्रभावी हो चुकी हैं.

निजी क्षेत्र के करूर वैश्य बैंक ने भी MCLR रेट को 0.15 फीसद बढ़ाकर 7.75 फीसद करने की घोषणा की है. बैंक की नई दर 14 अगस्त से प्रभावी होगी. बैंक ने कहा कि रेपो लिंक्ड (ईबीआर-आर) को 9.60 फीसद से बढ़ाकर 9.75 फीसद किया गया है.

अधिकांश उपभोक्‍ता ऋण जैसे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्‍याज दर एक साल वाली MCLR से लिंक होती है. एक साल वाली MCLR में कोई भी बदलाव से उपभोक्‍ता ऋण की मासिक किस्‍त पर सीधा असर पड़ता है. MCLR वह दर है, जिससे कम पर बैंक उपभोक्‍ताओं को ऋण की पेशकश नहीं कर सकते.

MPC बैठक से पहले इन बैंकों ने कर्ज किया था महंगा
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता, एचडीएफसी बैंक ने आरबीआई की ओर से रेपो रेट को लेकर होने वाले फैसले से पहले ही एमसीएलआर दर बढ़ा दी थी. एचडीएफसी बैंक ने 7 अगस्त से एमसीएलआर में 15 बेसिस प्‍वाइंट्स (BPS) की बढ़ोतरी की है. हालांकि, एक साल से अधिक अवधि के लिए एमसीएलआर दर में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है. बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, ओवरनाइट एमसीएलआर अब 8.35% कर दिया गया है. एक महीने के लिए एमसीएलआर 8.45% है. वहीं तीन महीने और छह महीने के लिए एमसीएलआर क्रमश 8.70% और 8.95% है.

Published - August 11, 2023, 05:47 IST