तमाम कागजों की जरूरत नहीं, बस इन दो दस्‍तावेजों से रजिस्‍टर्ड कर सकेंगे कंपनी

Company Registration: सरकार ने कंपनी रजिस्‍टर्ड कराने की प्रक्रिया आसान की है. इससे MSME के लिए रजिस्‍ट्रेशन कराना अब और सरल हो गया है.

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CBDT द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, पैन को आधार से जोड़ना उस व्यक्ति पर लागू नहीं है जिसके पास आधार संख्या या नामांकन आईडी नहीं है.

CBDT द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, पैन को आधार से जोड़ना उस व्यक्ति पर लागू नहीं है जिसके पास आधार संख्या या नामांकन आईडी नहीं है.

Company Registration: कंपनी का पंजीकरण कराने के लिए तमाम दस्‍तावेजों की जरूरत नहीं है. बस आधार कार्ड (Aadhaar) और परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) से ही आप कंपनी रजिस्‍टर्ड करवा सकेंगे.

सरकार ने कंपनी रजिस्‍टर्ड कराने की प्रक्रिया आसान की है. इससे माइक्रो, स्‍माल एवं मीडियम इंटरप्राइजेज (MSME) के लिए रजिस्‍ट्रेशन कराना अब और सरल हो गया है.

पिछले साल शुरू किया था उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल

नई व्यवस्था के तहत एमएसएमई के रजिस्‍ट्रेशन के लिये अब केवल पैन (PAN) और आधार (Aadhaar) देने की जरूरत होगी.

दरअसल, केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष जुलाई में MSME यूनिट्स के रजिस्ट्रेशन के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल (Udyam Registration) शुरू किया था.

MSME मिनिस्ट्री की एनुअल रिपोर्ट 2020-21 के अनुसार, देश में सितंबर 2015 से जून 2020 के बीच 1.02 करोड़ उद्योग आधार मेमोरेंडम (UAM) रजिस्टर्ड MSME थे.

पोर्टल इनवेस्टमेंट और टर्नओवर के बारे में भी जानकारी देगा

स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल यूनिट्स पहले डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्रीज सेंटर (DIC) के पास रजिस्ट्रेशन कराती थीं. इसके बाद MSME डेवलपमेंट एक्ट, 2006 लागू होने से आंत्रप्रेन्योर्स को MSME शुरू करने से पहले DIC के पास आंत्रप्रेन्योर मेमोरेंडम (EM) दाखिल करना होता था.

MSME रजिस्ट्रेशन ई-फाइलिंग सिस्टम पर UAM के तहत किया जाता था. UAM की जगह उद्यम रजिस्ट्रेशन ने ली है. इस पोर्टल पर मौजूद आंकड़ों से यह पता चल सकेगा कि देश के शहरों या जिलों में MSME की मौजूदगी किस तरह की है.

आंत्रप्रेन्योर्स के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन एक सेल्फ-डिक्लेयरेशन पेपरलेस और बिना किसी कॉस्ट का प्रॉसेस है. इसके जरिए वे अपनी यूनिट्स का आसानी से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.

इससे सरकार को देश में MSME की संख्या से जुड़ा डेटा एकत्र करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा सरकार को प्रोडक्ट कैटेगरी के आधार पर भी डेटा मिल सकेगा. यह पोर्टल इनवेस्टमेंट और टर्नओवर के बारे में भी जानकारी देगा.

Published - June 18, 2021, 08:21 IST