देश की दिग्गज ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ बोली लगाने के लिए 2 अगस्त से खुल गया है. यह इलेक्ट्रिक गाड़ी बनाने वाली किसी भारतीय कंपनी का पहला आईपीओ है. साथ ही इसे साल का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है. कंपनी ने 6,146 करोड़ रुपए के आईपीओ के साथ बाजार में दस्तक दी है. आईपीओ में 6 अगस्त तक बोली लगाई जा सकती है. इसमें 5,500 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी किए जाएंगे जबकि ओएफएस के जरिए 8.49 करोड़ शेयरों की बिक्री होगी. ऐसे में अगर आप भी इसमें निवेश का मन बना रहे हैं, लेकिन समझ नहीं पा रहे हैं कि ये आईपीओ लेना फायदेमंद होगा या नहीं तो हम आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं.
कंपनी से जुड़ी जरूरी जानकारी
ओला इलेक्ट्रिक की स्थापना 2017 में हुई थी. ये ओला कैब्स की मूल कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज की ईवी शाखा है. कंपनी इसके जरिए आम जनता को बेहतर और किफायती मोबिलिटी सुविधा देना चाहती है. कंपनी ने बाजार में अपनी पकड़ बनाने में भी कामयाबी हासिल की है.
इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री से आई तेजी
ओला इलेक्ट्रिक ने पिछले कुछ वर्षों में अपने बिजनेस में काफी तेजी देखी है. वित्तीय वर्ष 2023-2024 में कंपनी ने 5243.27 करोड़ का राजस्व दर्ज किया था, जो पिछले वर्ष के 2,782.70 करोड़ से काफी ज्यादा है. कंपनी के बिजनेस में यह तेजी इसके इलेक्ट्रिक स्कूटरों की मजबूत बिक्री और पूरे भारत में इसके चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के चलते देखने को मिली.
वित्त वर्ष 2024 में बढ़ा घाटा
वित्त वर्ष 2024 में ओला इलेक्ट्रिक घाटा बढ़ा है. वित्त वर्ष 2024 में इसका शुद्ध घाटा 1,472.08 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,584.40 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. हालांकि इस दौरान रेवेन्यू 2,782.70 करोड़ रुपए से उछलकर 5,243.27 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. ऐसे में जानकारों का कहना है कंपनी में निवेश से पहले इसकी भविष्य की योजनाओं और वित्तीय बैकग्राउंड पर जरूर नजर डाल लें.
ईवी और कंपोनेंट्स बनाती है कंपनी
ओला कंपनी का कारोबार इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में है. यह ईवी और इसके कंपोनेंट्स बनाती है. इसने सात प्रोडक्ट्स पेश किए हैं. इसके अलावा चार और नए का ऐलान कर दिया है. मार्च 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार ओमनीचैनल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के तहत ओला इलेक्ट्रिक के पास 870 एक्सपीरिएंस सेंटर्स, 431 सर्विस सेंटर्स हैं.
ग्रे मार्केट में दिखी अच्छी डिमांड
ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ खुलने से पहले ग्रे मार्केट में इसकी अच्छी डिमांड देखने को मिली. 31 जुलाई को यह इश्यू अनलिस्टेड मार्केट में 16.50 रुपए के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा था. इस हिसाब से कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग ज्यादा होने की संभावना जताई जा रही थी. वहीं 30 जुलाई को भी यह इश्यू 16.50 रुपए के प्रीमियम पर ही ट्रेड कर रहा था.