इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ओला के IPO लॉन्च का निवेशक बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. इसे लेकर महीनों से बाजार में चर्चाएं थी. आखिरकार लोगों का इंतजार खत्म हुआ और ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के आईपीओ 9 अगस्त यानी शुक्रवार की सुबह 10 बजे एनएसई और बीएसई दोनों पर लिस्ट किए गए. शेयर की लिस्टिंग फीकी रही. बीएसई पर ये 75.99 रुपए प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जबकि आईपीओ में इसका इश्यू प्राइस 76 रुपए था. हालांकि, बाद में स्टॉक्स ने तेजी पकड़ी और शेयर बीएसई पर 16.53 प्रतिशत उछलकर 88.51 रुपए प्रति शेयर पर पहुंच गए. वहीं एनएसई पर ओला इलेक्ट्रिक का शेयर सपाट 76 रुपए प्रति शेयर पर खुला, जो बाद में 12.25 प्रतिशत की तेजी के साथ 88.25 रुपए प्रति शेयर पर पहुंच गया.
IPO के जरिए ओला इलेक्ट्रिक ने 6,145.6 करोड़ रुपए जुटाए, जिसमें 72.4 करोड़ नए शेयर जारी किए गए थे और 8.49 शेयरों का ऑफर फॉर सेल था. इसमें फाउंडर भाविश अग्रवाल ने 3.8 करोड़ शेयर बेचे, जबकि निवेशक सॉफ्टबैंक ग्रुप और टाइगर ग्लोबल ने 2.4 करोड़ और 65 लाख शेयर बेचे हैं.
ग्रे मार्केट में मिला था निगेटिव रिस्पांस
शुक्रवार को बाजार में हुई ओला इलेक्ट्रिक की लिस्टिंग फीकी रहने के संकेत पहले से ही ग्रे मार्केट में मिल गए थे. इसमें ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 3 रुपए के डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहे थे और जीएमपी निगेटिव यानी मायनस 3 पर आ चुका था. ग्रे मार्केट में प्रीमियम का माइनेस में जाना खराब लिस्टिंग की ओर इशारा करता है.
उम्मीद से कम मिला सब्सक्रिप्शन
ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ को बाजार में बेहतर रिस्पांस नहीं मिला. जैसी उम्मीद की जा रही थी कि इसे काफी सब्सक्रिप्शन मिलेगा, लेकिन असलियत में ऐसा नहीं हुआ. आईपीओ को क्यूआईबी कैटेगरी में 5.53 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 2.51 गुना और रिटेल कैटेगरी में 4.05 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. वहीं 7 रुपए प्रति शेयर डिस्काउंट मिलने से एम्पलॉई कैटेगरी को सबसे ज्यादा 12.38 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. इस तरह आईपीओ को ओवरऑल 4.45 गुना सब्सक्राइब किया गया, जो उम्मीदों से काफी कम रहा.
आईपीओ से जुड़ी जरूरी बातें
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड का आईपीओ 2 अगस्त को खुला था, जो 6 अगस्त तक खुला रहा. कंपनी ने इसके जरिए बाजार से 6,145.56 करोड़ रुपए जुटाए. आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपए के 72.37 करोड़ शेयरों का फ्रेश इश्यू और 645.56 करोड़ रुपए के 8.49 करोड़ शेयरों का ऑफर फोर सेल शामिल था.