ऑफिसर्स च्वाइस व्हिस्की बनाने वाली कंपनी ला रही IPO, 1500 करोड़ जुटाने की है योजना

कंपनी इस आईपीओ के जरिए 1500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखी है.

ऑफिसर्स च्वाइस व्हिस्की बनाने वाली कंपनी ला रही IPO, 1500 करोड़ जुटाने की है योजना

ऑफिसर्स चॉइस व्हिस्की (Officer’s Choice Whisky) जल्दी ही अपना आईपीओ ला रही है. कंपनी के निर्माता एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स लिमिटेड (Allied Blenders and Distillers Ltd) को इस आईपीओ के लिए सेबी से मंजूरी मिल गई है. कंपनी इस आईपीओ के जरिए 1500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखी है. मार्केट रेगुलेटर सेबी से इसकी जानकारी मिली है.

सेबी ने दी जानकारी

14 मई को बाजार नियामक सेबी के एक अपडेट से सामने आई है कि शराब बनाने वाली कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स लिमिटेड आईपीओ लाने की तैयारी में है. कंपनी ने इसकी मंजूरी के लिए सेबी के पास IPO के पेपर्स जमा किये थे, जिस पर सेबी ने मंजूरी दे दी है.

गौरतलब है कि एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स ने पहले 2022 में 2000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए SEBI के साथ ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे. सेबी ने इसके लिए मंजूरी भी दे दी थी, लेकिन उस समय कंपनी आईपीओ लॉन्च नहीं कर पाई.

1000 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर

कंपनी द्वारा रेगुलेटरी फाइलिंग में दी गई जानकारी के अनुसार, इस आईपीओ के जरिये कंपनी 1000 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करेगी और प्रमोटर्स की तरफ से 500 करोड़ रुपये के शेयरों की ऑफर फॉर सेल यानी ओएफएस (OFS) शामिल है. कंपनी के प्रमोटर्स में रेशम छाबड़िया (Resham Chhabria), बीना किशोर छाबड़िया (Bina Kishore Chhabria), जीतेंद्र हेमदेव (Jeetendra Hemdev) और नीशा किशोर छाबड़िया (Neesha Kishore Chhabria) शामिल हैं जो अपने शेयर बेचेंगे.

कौन-कौन बेचेगा हिस्सेदारी?

कंपनी की आईपीओ प्रक्रिया में ऑफर फोर सेल के जरिए 500 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जाएंगे। इस राशि में से बीना किशोर छाबड़िया द्वारा 250 करोड़ रुपये, रेशम छाबड़िया जीतेंद्र हेमदेव द्वारा 125 करोड़ रुपये और नीशा किशोर छाबड़िया द्वारा 125 करोड़ रुपये के शेयर शामिल हैं। ऑफर में पात्र कर्मचारियों को शेयर खरीद में आरक्षण मिलेगा

कंपनी चुकाएगी लोन

जमा किये गए दस्तावेज के अनुसार, कंपनी 720 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू से मिली रकम से अपने लोन चुकाएगी, जबकि बाकी रकम का इस्तेमाल कंपनी के विस्तार में किया जाएगा. दरअसल, दिसंबर 2023 तक कंपनी पर कुल कर्ज लगभग 808 करोड़ रुपये था.

क्या करती है कंपनी?

यह कंपनी 1988 में शुरू हुई थी. कंपनी मुख्य रूप से भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्तर पर एल्कोहलिक बेवरेज का मैन्युफैक्चरिंग, मार्केटिंग और सेल करती है. इसके प्रोडक्ट्स में व्हिस्की, ब्रांडी, रम और वोदका शामिल है. भारत निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) के कुछ प्रमुख ब्रांडों में ऑफिसर चॉइस व्हिस्की (Officer’s Choice Whisky), स्टर्लिंग रिजर्व व्हिस्की (Sterling Reserve Whisky), जॉली रोजर रम (Jolly Roger Rum) और क्लास 21 वोदका (Class 21 Vodka) शामिल हैं.

बाजार में कितनी हिस्सेदारी?

वित्त वर्ष 2023 में बिक्री के आधार पर भारत निर्मित विदेशी शराब (Indian-Made Foreign Liquor-IMFL) बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 8 फीसद से अधिक है. कंपनी ने नियामक को जमा किये अपने दस्तावेज में बताया कि वित्त वर्ष 2023 में कंपनी को 1,216 करोड़ रुपये का रेवेन्यु प्राप्त हुआ जो वित्त वर्ष 2022 में 686 करोड़ रुपये से सालाना 77.2 फीसद ज्यादा है. टैक्स जमा करने के बाद भी कंपनी का प्रॉफिट 2023 में 500 फीसद बढ़कर 102 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष 17 करोड़ रुपये था.

Published - May 15, 2024, 02:11 IST