IREDA share price Today: भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (IREDA) के IPO ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है. IREDA का इश्यू प्राइस 32 रुपए था. लेकिन IREDA का शेयर इश्यू प्राइस के मुकाबले 56 फीसद अधिक प्रीमियम पर लिस्ट हुआ. BSE और NSE दोनों एक्सचेंज पर IREDA के शेयर अपने इश्यू प्राइस से 56.25 फीसद अधिक कीमत 50 रुपए पर लिस्ट हुए. कारोबार के पहले दिन अपने निवेशकों को यह 87.5 फीसद तक का रिटर्न दे चुका है.
शेयर में करें निवेश?
अगर आपने आवेदन किया था और आपको IPO नहीं मिला है तो अब आपके लिए क्या विकल्प बचते हैं. मनी9 के खास शो ‘वाह…क्या IPO है’ में मार्केट एक्सपर्ट संतोष सिंह ने फिलहाल IREDA के शेयर खरीदने को अच्छा विकल्प नहीं बताया है. उनका कहना है कि इसका शेयर लगातार महंगा होता जा रहा है. फिलहाल इस शेयर को खरीदना रिस्की साबित हो सकता है क्योंकि इसके प्राइस में करेक्शन हो सकता है. ऐसे में अगर आप छोटी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो फिलहाल इस शेयर से दूरी बनानी चाहिए. अगर फिर भी कोई इस शेयर में पैसा लगाना चाहता है तो उन्हें अपने कुल निवेश फंड्स का सिर्फ 10 फीसद हिस्सा ही इसमें निवेश करना चाहिए. साथ ही वर्तमान में पैसा लगाते वक्त अगर निवेशक लम्बी अवधि का नजरिया रखते हैं तभी इस शेयर में पैसा लगाना चाहिए.
लिस्टिंग गेन या लम्बा नजरिया
अब बात करते हैं कि जिन लोगों को IPO अलॉट हो गया है उन्हें क्या करना चाहिए? इस सवाल पर संतोष सिंह का कहना है कि जिन लोगों को IPO अलॉट हो गया है वो 58 रुपये का स्टॉप लॉस लगाकर चलें. अगर शेयर 58 रुपए के नीचे जाता है तो निवेशकों को इस शेयर से निकल जाना चाहिए.
बता दें कि IREDA की आईपीओ के तहत 40,31,64,706 नए इक्विटी शेयर जारी किए गए थे और 26,87,76,471 शेयरों को ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचा गया था. IPO के जरिए जुटाई गई राशि का इस्तेमाल IREDA की कैपिटल को बढ़ाने के लिए किया जाएगा ताकि इसकी भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके और आगे कर्ज दिया जा सके.
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड के आईपीओ को बोली के आखिरी दिन 38.80 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. संस्थागत निवेशकों ने इसे 104.57 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों ने 24.16 गुना और खुदरा निवेशकों ने 7.73 गुना सब्सक्राइब किया था. वहीं कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्सा 9.8 गुना भरा था.
पिछले साल मई में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के बाद यह किसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी का पहला आईपीओ था. इरेडा एक मिनी रत्न सरकारी कंपनी है, जिसका नियंत्रण नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के पास है.