सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले इन फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे आप

सेविंग खाते में आपने जो पैसा जोड़ा, उस पर हर तिमाही ब्याज मिलता है और आपके मूलधन के साथ जुड़ता जाता है.

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image: Pixabay, सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों का महंगाई भत्‍ता अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2021 के लिए बढ़ाया गया है. इसे ऑल इंडिया एवरेज कंज्‍यूमर प्राइस इंडेक्‍स (AIACPI) के आंकड़ों के आधार पर तय किया गया है.

image: Pixabay, सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों का महंगाई भत्‍ता अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2021 के लिए बढ़ाया गया है. इसे ऑल इंडिया एवरेज कंज्‍यूमर प्राइस इंडेक्‍स (AIACPI) के आंकड़ों के आधार पर तय किया गया है.

बैंक (Bank) में सेविंग अकाउंट खोलने के कई फायदे हैं, जिनके बारे में शायद आपको पता नहीं हो. वहीं कुछ कमियां भी हैं. इनकी भी आपको जानकारी होना जरूरी है. ऐसे में खाता खोलने से पहले इन सभी बातों पर ध्‍यान देना जरूरी है. आज हम आपको सेविंग अकाउंट के ऐसे ही कई फायदों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं. जिससे जब आप सेविंग अकाउंट खुलवाएंगे तो आपको इन बातों की जानकारी रहेगी.

सेविंग अकाउंट पर मिलते हैं ये फायदे

 कितनी अच्छी बात है कि पैसे भी बचें और उस पर कमाई भी हो. ये कमाई ब्याज के रूप में मिलती है. सेविंग खाते में आपने जो पैसा जोड़ा, उस पर हर तिमाही ब्याज मिलता है और आपके मूलधन के साथ जुड़ता जाता है. इससे आपका पैसा बेकार या स्थिर नहीं होता. वह चलायमान रहता है क्योंकि उसके साथ ब्याज जुड़ता है. आप उस ब्याज को निकाल कर खर्चा चला सकते हैं. फिर जब हाथ में पैसा आए तो सेविंग अकाउंट में जमा कर सकते हैं.

 निवेश के कई साधन देखे-सुने या आजमाए होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि सेविंग खाता निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया है. आप पैसा जमा कर आराम से रिटर्न की आस लगा सकते हैं. वह भी बाजार के किसी भी जोखिम के बिना. आज के जमाने में मार्केट रिस्क की खूब बात होती है. सेविंग खाता इससे अनजान और बेपरवाह है. रिस्क को माइनस करने के बाद आपके हाथों में रिटर्न आ जाता है. निवेश के अन्य तरीके में यह खूबी नहीं.

 जैसे मार्केट रिस्क की बात होती है, वैसे ही लिक्विडिटी भी बेहद चर्चा में रहता है. कुछ अर्थों में लिक्विडिटी एक बदनाम शब्द है, लेकिन सेविंग खाते के साथ नहीं. सेविंग खाता बहुत उच्च लिक्विडिटी वाला होता है. यानी जब जरूरत पड़े, उसमें जमा पैसे का उपयोग कर सकते हैं. बाकी निवेश की तरह इसमें लॉक-इन पीरियड नहीं होता. अर्थात जमा पैसा बैंक में जाम नहीं हो सकता. उसे आप जब चाहें ले सकते हैं. ऐसा नहीं कि दो-चार साल का लॉक-इन पीरियड है. लेनदेन को लेकर पाबंदी नहीं है. जितनी बार चाहें पैसे निकालें, जमा करें. न जुर्माने का झंझट न ही ट्रांजेक्शन की लिमिट का.

Published - July 20, 2021, 06:15 IST