पर्सनल फाइनेंस की इन बेसिक टिप्स का रखें ध्यान

चाहे आप पर्सनल फाइनेंस के फील्ड में नए हैं या फिर वर्षों से सक्रिय हैं, दोनों ही स्थितियों में आपको कुछ बेसिक चीजों का ध्यान रखना जरूरी है.

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Pic Courtesy: Pixabay,

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हम पैसा क्यों कमाते हैं? हम अच्छा जीवन जीने के लिए, अपनी खुशहाली, बेहतर लाइफस्टाइल और परिवार को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पैसा कमाते हैं. लेकिन, जरूरत के वक्त आपकी कमाई परिवार के काम न आए तो फिर इस कमाई का कोई मतलब नहीं रहता है.

पैसा कमाने के साथ साथ उसे सही तरीके से इनवेस्ट करना भी जरूरी है और इनवेस्ट की हुई राशि आपके परिवार को आसानी से मिल सके उसकी व्यवस्था करना भी उतना ही आवश्यक है.

चाहे आप पर्सनल फाइनेंस के फील्ड में नए हैं या फिर वर्षों से सक्रिय हैं, दोनों ही स्थितियों में आपको कुछ बेसिक चीजों का ध्यान रखना जरूरी है.

एक्सपर्ट की राय

सेबी-रजिस्टर्ड आर्थिक सलाहकार धर्मेश भट्ट बताते हैं, ”जिन भी बैंकों में आपके अकाउंट हों उसकी डिटेल, इंश्योरेंस प्लान्स की डिटेल, एजेंट का कॉन्टैक्ट नंबर, म्यूचुअल फंड की डिटेल, आपके डीमैट अकाउंट की डिटेल आदि एक कागज में लिखकर या कंप्यूटर में सेव करके रखनी चाहिए और ये डिटेल कहां से मिल सकती है वो आपके जीवनसाथी या परिवार के सदस्यों को पता होना चाहिए.”

सारी डिटेल सेव करके रखें

निवेश से जुडी डिटेल सिर्फ मोबाइल में सेव न करें क्योंकि मोबाइल गुम होने पर ये डिटेल भी हाथ से निकल जाएंगी, इसलिए बेहतर है कि आप सारी जानकारी एक्सेल शीट में रखें और उसे कंप्यूटर या लैपटॉप की हार्ड ड्राइव में सेव कर लें.

इसके अलावा पैन ड्राइव या हार्ड डिस्क में उसे सेव करके रखें. नेट बैंकिंग का पासवर्ड बदलते रहना जरूरी है तो जब भी पासवर्ड बदलें उसे भी आपकी सेव की हुई शीट में अपडेट करें यदि नई एसेट में निवेश करते है तो उसकी जानकारी भी अपडेट कर दें.

परिवार के साथ साझा करें

निवेश, बीमा, बैंक अकाउंट, डीमैट अकाउंट, FD, PPF, मेडिक्लैम इत्यादि से जुड़ी जानकारी की ये लिस्ट परिवार के सदस्यों के साथ शेयर करें ताकि जब आप न रहें तो उन्हें आसानी से डिटेल मिल जाए. जीवनसाथी को या संतानो या माता-पिता को या ऐसे कोई भरोसे वाले इंसान को सारी डिटेल से वाकिफ रखें.

नॉमिनी रखें

आपके जितने भी अकाउंट हों उसमें नॉमिनी का नाम होना आवश्यक है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपकी गैरमौजूदगी में परिवार को पैसा नहीं मिलेगा और अनक्लेम्ड अकाउंट में पैसा पड़ा रहेगा.

भट्ट सलाह देते हैं, “आपके जाने के बाद परिवार को किसी भी तरह की मुश्किल न आए इसलिए नॉमिनी का नाम जरूर दर्ज करें”

अकाउंट्स को मैनेज करें

धर्मेश भट्ट बताते हैं, “एक ही बैंक में FD न रखें क्योंकि अगर कोई बैंक मुश्किल में फंसता है तो आपका पूरा पैसा जोखिम में न आए.” अकाउंट का ऑपरेशन जितना आसान होगा उतनी कम मुश्किल होगी. एफडी में जॉइन्ट ऑपरेशन का विकल्प चुन सकते हैं, जिसके कारण पैसा निकालते वक्त दोनों के दस्तखत जरूरी हो जाएंगे. आप EOS मोड भी चुन सकते है, जिसके कारण एक शख्स के साइन करने से पैसे मिल सकते हैं.

कैशलेस कार्ड हर वक्त साथ रखें

धर्मेश भट्ट सलाह देते है कि परिवार में कमाई करने वाले व्यक्ति का एक्सीडेंट हो जाए या किसी कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़े तो मेडिक्लेम पॉलिसी का फायदा लेने के लिए परिवार के सदस्यों के पास कैशलेस कार्ड और हेल्थ इंश्योरेंस के एजेंट का नंबर होना आवश्यक है. इसके अलावा इमर्जेंसी फंड भी सरलता से मिल सके ऐसी व्यवस्था करके रखना आवश्यक है.

Published - May 17, 2021, 03:17 IST