फाइनेंशियल प्लानिंगः क्यों जरूरी है रिस्क-प्रूफ पोर्टफोलियो?

रिस्क-प्रूफ एक ऐसा पोर्टफोलियो होता है जो आपके लक्ष्य हासिल करने में आपकी मदद करे और किसी आपत्ति में आपकी संपत्तियां सुरक्षित रखे.

To fulfill your life goals, do some financial planning in this way

लाइफ के गोल सेट करना और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी मेंटेन करना दो जरूरी बातें हैं.

लाइफ के गोल सेट करना और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी मेंटेन करना दो जरूरी बातें हैं.

जीवन में कुछ बड़ा करने की चाह हर व्यक्ति के मन में होती है. कोई कार खरीदना चाहता है तो कोई सपनों का घर. कोई ड्रीम वेकेशन पर जाना चाहता है तो कोई बेटी की शादी धूमधाम से करना चाहता है. ये सारे लक्ष्य हासिल करने के लिए जरूरी है एक रिस्क-प्रूफ पोर्टफोलियो. एक ऐसा पोर्टफोलियो जो आपके लक्ष्य हासिल करने में आपकी मदद करें और यदि सफर में आपके सामने कोई बड़ी आपत्ति आ जाए तो भी ये आपको, आपके परिवार को, आपकी संपत्ति को और आपकी एसेट्स को सुरक्षित रखे.

आपको फाइनेंस की अच्छी जानकारी है फिर भी ये तय करना जरूरी है कि आपने जिन एसेट्स में इनवेस्ट किया है क्या वे रिस्क-प्रूफ हैं या नहीं.

रिस्क-प्रूफ पोर्टफोलियो क्या है

रिस्क-प्रूफ पोर्टफोलियो उसे कहते हैं जो आपकी एसेट्स, संपत्ति और परिवार को संभावित संकट से बचाए. परिवार में कमाने वाले मुख्य व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, जॉब चली जाए, अकस्मात दिव्यांग या काम करने में असमर्थ हो जाए, कुदरती आपदा का सामना करना पड़े या गंभीर फाइनेंशियल क्राइसिस में फंस जाए तो उस वक्त आपको सुरक्षित करे, ऐसे पोर्टफोलियो को रिस्क-प्रूफ पोर्टफोलियो कहते हैं.

रिस्क-प्रूफ पोर्टफोलियो कैसे बनाएं

ऐसे पोर्टफोलियो में दो चीजों का होना आवश्यक हैः इंश्योरेंस और इमर्जेंसी फंड. आपके पास पर्याप्त अमाउन्ट का हेल्थ प्लान होना जरूरी है. वर्तमान समय में मेडिकल महंगाई बढ़ रही है और आने वाले समय में भी यह ऊपर ही जाएगी, तो उस हिसाब से आपको अपने और आपके परिवार को सुरक्षित रखें उतनी अमाउंट का हेल्थ कवर लेना चाहिए.

क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी आपको कैंसर और अन्य लाइफस्टाइल संबंधित बीमारी से सुरक्षित रखेगी. आपकी अचानक मृत्यु के वक्त जीवन बीमा आपके परिवार वित्तीय रूप से महफूज रखेगा. अगर आपने डिसएबिलिटी बीमा लिया होगा तो ये भी आपको पैसों के लिहाज से सुरक्षित रखने में मददगार साबित होगा.

आपातकालीन निधि होनी है आवश्यक

लाइफ में कभी भी आपदा आ सकती है. सैलेरी कट हो सकती है या अचानक बड़ी मात्रा में पैसे खर्च करने की नौबत आ सकती है. जीवन के ऐसे मुश्किल वक्त में आपके पास आपातकालीन निधि (emergency fund) होना बहुत जरूरी है. कोरोना महामारी में कई लोग ऐसी परेशानियों का सामना कर रहे हैं.

यदि आपके पास आपातकालीन फंड होगा तो आप आसानी से बुरे वक्त से बहार निकल सकेंगे. फाइनेंस एक्सपर्ट्स के हिसाब से हमारे पास एक से डेढ़ साल की जरूरतें पूरी करने लायक इमर्जेंसी फंड होना चाहिए.

तो ये सुनिश्चित कर लीजिए की अपनी ऐसेट्स को सुरक्षित रखने के लिए आप काबिल हैं या नहीं. आपके परिवार को और आपकी संपत्ति को सुरक्षित रख सके ऐसा पोर्टफोलियो आपने बनाया है या नहीं ये भी चेक कर लीजिए. यदि ये काम बाकी हैं तो सबसे पहले पूरा कीजिए.

Published - May 17, 2021, 12:17 IST