इंश्योरेंस क्यों इन्वेस्टमेंट नहीं है, दोनों के बीच कैसे बिठाएं तालमेल?

वित्तीय ज्ञान न होने से लोग आज भी इंश्योरेंस को इन्वेस्टमेंट समझते हैं. इंश्योरेंस से कभी रिटर्न नहीं मिलता और निवेश से कभी बीमा नहीं मिल सकता.

  • Team Money9
  • Updated Date - August 23, 2021, 03:30 IST
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Pic: Pixabay एक छोटी सी गलती आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग में बड़ा बदलाव ला सकती है.

Pic: Pixabay एक छोटी सी गलती आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग में बड़ा बदलाव ला सकती है.

Investment & Insurance: कई लोग बीमा और निवेश (Insurance & Investment) को मिक्स करने की गलती करते है. इनके बीच की रेखा धुंधली महसूस होने के लिए कुछ कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसमें सबसे आम हैं पर्याप्त वित्तीय ज्ञान की कमी. इनके बारे बीमा में विभिन्न गलतफहमियां है, जैसे बीमा को केवल टैक्स बचाने का साधन मानना. बीमा के लिए चुकाए गए प्रीमियम पर टैक्स बेनिफिट मिलता है, इसलिए भी कई लोग बीमा खरीदते है. लोगों को ऐसा लगता है कि, युवा और तंदुरस्त लोगों को जीवन बीमा कराना अनिवार्य नहीं है. आपको निवेश और बीमा का महत्व समझने के साथ दोनों के बीच ताल मिलाकर चलना चाहिए.

कौन है जिम्मेदार

निवेश और बीमा को एक ही समझने की लोगों की गलती के लिए उनका कम वित्तीय ज्ञान जिम्मेदार है. जानकारी नहीं होने के कारण अक्सर लोग एजंट की बातों में फंस जाते है. बीमा उत्पादों पर दिए जाने वाले उच्च कमीशन के कारण सलाहकारों/एजेंटों आपको गलत सलाह दे सकते है, इसलिए केवल रजिस्टर्ड सलाहकार की बात माननी चाहिए.

एंडोवमेंट प्लान, मनी बैक पॉलिसी, यूलिप आदि जैसे हाइब्रिड बीमा-सह-निवेश उत्पादों के कारण भी निवेश और बीमा को एक ही समझने को बढ़ावा मिला है. ऐसे प्लान न तो पर्याप्त बीमा प्रदान करते है, न ही पर्याप्त रिटर्न प्रदान करते है.

क्या है अंतर?

निवेश और बीमा दोनों जरूरी तो हैं, लेकिन दोनों के काम अलग अलग हैं. पैसा इकट्ठा करने के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स में निवेश किया जाता हैं जो अच्छा रिटर्न दें, वहां पर जोखिम कवर की बात नहीं आती. लेकिन, बीमा खरीदने के बाद लोग ऐसा मानते हैं कि, उन्होंने अच्छा निवेश किया है और कुछ सालों बाद उन्हें तगड़ा रिटर्न मिलेगा.

याद रखें, जब आप बीमा कवर लें तो ये कभी न कहें कि आपने बीमा में निवेश किया है. बीमा कोई निवेश का माध्यम नहीं है, बल्कि जोखिम से सुरक्षा देने का जरिया है, जैसे हेल्थ इंश्योरेंस में आपको बीमारियों का कवर मिलता है, लाइफ इंश्योरेंस से आपके जीवन से जुड़े खतरों का कवर मिलता है.

बीमा में रिटर्न नहीं मिलता

अगर आप बीमा पालिसी खरीदकर रिटर्न की उम्मीद करेंगे तो वो नहीं के बराबर होगा, ऐसे ही आप म्यूचुअल फंड्स या किसी और रिटर्न वाले प्रोडक्ट से बीमा की उम्मीद करेंगे तो ये भी नहीं हो सकता.

कैसे बिठाएं तालमेल

सबसे पहले पर्याप्त अमाउंट का जीवन बीमा खरीद लें, और इसके लिए प्योर लाइफ इंश्योरेंस को चुनें, जो आपको कम प्रीमियम में अधिकतम कवर प्रदान करेगा.

एक बार आपकी जीवन बीमा और आरोग्य बीमा की ज़रूरत पूरी हो जाए उसके बाद निवेश के बारे में सोचें. याद रखें, निवेश सिर्फ रिटर्न कमाने के उद्देश्य से किया जाता है.

आप अलग-अलग रिस्क-रिटर्न वाले प्रोडक्ट में निवेश कर सकते हैं. आप निवेश के जरिए बच्चों की पढ़ाई की प्लानिंग कर सकते हैं, उनकी शादी और अपने रिटायरमेंट की भी प्लानिंग कर सकते हैं.

लेकिन, बीमा के जरिए आप ये नहीं कर सकते. कोई भी जीवन बीमा आपके परिवार को और आपको अनचाहे जोखिमों से सुरक्षित रखता है. यह आपके लिए एक रक्षक है जो जीवन के बुरे दौर में मददगार होता है, यह तब भी आपके परिवार के काम आता है, जब आप मौजूद नहीं होते.

Published - August 23, 2021, 03:30 IST